नई दिल्ली – दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी के गढ़ कृष्णानगर से हारीं किरन बेदी ने कहा है कि यह उनकी नहीं, बीजेपी की हार है । एक टीवी चैनल के मुताबिक बेदी ने कहा है कि इस हार के लिए पार्टी को आत्ममंथन करना चाहिए। किरन बेदी यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने कहा कि कृष्णानगर में काम नहीं हुआ था, जबकि यह सीट लंबे समय से बीजेपी के पास ही रही है। इसके अलावा किरन बेदी ने यह भी कहा कि बीजेपी ने उन्हें सीएम कैंडिडेट बनाने के पैसे नहीं लिए, यह अपने आप में ऐतिहासिक है।
बेदी को आम आदमी पार्टी के एसके बग्गा ने करीब 2,500 वोटों से हराया है। किरन बेदी ने मीडिया के सामने आकर अपनी हार स्वीकार की। हालांकि, किरन बेदी ने खुद को उम्मीदवार बनाने का और उन्हें वोट देने वालों का शुक्रिया भी अदा किया। उन्होंने इसके साथ ही बीजेपी कार्यकर्ताओं से माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी के आखिरी कार्यकर्ता ने उन्हें जिताने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकीं। किरन ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिली है वह उसे निभाएंगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में हालात पिछले 16 सालों से बहुत बुरे थे और उम्मीद जताई कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाएंगे। उन्होंने केजरीवाल को जीत की बधाई भी दी। किरन बेदी ने कहा है कि यह मोदी की नहीं बीजेपी की हार है और बीजेपी को इस हार पर आत्ममंछन करना चाहिए।
बीजेपी ने किरन बेदी को दिल्ली में सीएम कैंडिडेट बनाकर आखिरी समय में उतारा था। अरविंद केजरीवाल ने उन्हें नई दिल्ली से चुनाव लड़ने और अपने साथ बहस करने की चुनौती दी थी। हालांकि, बीजेपी ने किरन बेदी को कृष्णा नगर सीट से उतारना सुरक्षित समझा था।
बग्गा ने मीडिया के सामने अपनी जीत का ऐलान किया और कहा कि वह कृष्णा नगर के स्थानीय उम्मीदवार थे, इसलिए जनता ने उन्हें चुना। उन्होंने किरन बेदी को बाहरी उम्मीदवार बताया। बग्गा ने दावा किया कि उन्होंने किरन बेदी को 2,500 से ज्यादा वोटों से हराया है।