नई दिल्ली – अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के तो कोई आसार नहीं दिख रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार वहां हाईटेक म्यूजियम बनाने की तैयारी कर रही है। राजनीतिक सरगर्मी वाले शहर अयोध्या में बनने वाला म्यूजियम प्रस्तावित ‘रामायण सर्किट’ का हिस्सा होगा। यह जानकारी पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने देते हुए कहा कि राजनीति फसाद का केंद्र विवादित स्थल इस म्यूजियम का हिस्सा नहीं होगा।
शर्मा ने कहा कि म्यूजियम का मकसद श्रीराम और रामायण की महिमा को पेश करना है। यह प्राथमिकता सूची में है और इसके काम की व्यापकता उपलब्ध फंडों पर निर्भर करेगी। हम अगले साल ऐसा करेंगे। उनके मुताबिक, प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर जल्द काम शुरू होगा। सरकार की योजना अयोध्या के आस-पास भगवान राम से जुड़ी सभी साइट्स को विकसित करने की है।
दरअसल, केंद्र सरकार शहर को फिर से अहम सांस्कृतिक केंद्र बनाना चाहती है। यह म्यूजियम दिल्ली के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर प्रस्तावित है, जिसमें साउंड ऐंड लाइट शो, बोट राइड आदि की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसका काम 2017 में पूरा हो सकता है। गौरतलब है कि लगभग इसी समय में यूपी में विधानसभा चुनाव होंगे।
शर्मा ने बताया कि हम यहां पर्यटन को बढ़ावा दे सकते हैं। हम यह नहीं कह रहे हैं कि हम इस जगह पर राम मंदिर बनाएंगे। उनके मुताबिक, सरकार पहले ही पांच सर्किट की चेन पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हर साल हम अलग सर्किट का ऐलान करेंगे। रामायण सर्किट अयोध्या और चित्रकूट के बीच में कहीं शुरू होगा।
प्लान के तहत सरकार विदेश में भी राम और रामायण से जुड़ी सांस्कृतिक गतिविधियों की मेजबानी करेगी। पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार पहले ही यूपी सरकार को ‘प्रसाद’ स्कीम के तहत प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव भेजने को कह चुकी है। संस्कृति मंत्रालय को म्यूजियम और राम और रामायण से जुड़े कंटेंट पर काम करने को कहा जाएगा।