जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम निर्मल कुमार सिंह ने शहीदों को अंतिम विदाई न देने पर नेताओं की आलोचना की है। निर्मल सिंह ने कहा कि कश्मीर के विधायक और मंत्री विधानसभा में व्यस्त थे, लेकिन वहां से कुछ दूर शहीदों को श्रद्धांजलि देने तक नहीं पहुंचे।
दरअसल, शुक्रवार को अनंतनाग के अचबल में आतंकियों ने पुलिस पर हमला किया था। इस हमले में लश्कर आतंकियों की गोलियों से 6 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। शनिवार सुबह 9.30 बजे राजधानी श्रीनगर की जिला पुलिस लाइन में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। निर्मल सिंह का कहना है कि इस दौरान राज्य के आला पुलिस अफसर और दूसरे अधिकारी मौजूद रहे, लेकिन कोई नेता वहां नहीं पहुंचा।
निर्मल सिंह ने बताया कि शनिवार को विधानसभा सत्र था। सत्र सुबह 11 बजे शुरू होना था। ऐसे में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती समेत तमाम विधायक और मंत्री राजधानी में मौजूद थे। मगर, विधानसभा से कुछ मील दूर मौजूद पुलिस लाइन में शहीदों को श्रद्धांजलि देने कोई नेता नहीं पहुंचा।
जेडीयू ने भी की आलोचना
जेडीयू के वरिष्ठ नेता और सांसद केसी त्यागी ने भी इसकी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि ‘ये असभ्य व्यवहार है’ और नेताओं को जवानों की अंतिम विदाई में शामिल होना चाहिए था।
बता दें कि शुक्रवार को दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले स्थित अरवनी गांव में सेना के साथ पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान सुरक्षा बलों ने गांव को चारों तरफ से घेर लिया था। सेना और पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में जुनैद मट्टू समेत तीनों आतंकी ढेर कर दिए गए थे।
इसके बाद शुक्रवार शाम के वक्त बौखलाए लश्कर आतंकियों ने अनंतनाग के अचबल में घात लगाकर पुलिस दल पर हमला किया था। इस हमले में एसएचओ फिरोज डार समेत छह पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। जिसके बाद शनिवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।