खण्डवा : केन्द्र सरकार की नोटबंदी के बाद एक ओर जहॉं देश भर में सर्वे का दौर जारी है, वहीं खण्डवा में मीडिया के विद्यार्थियों द्वारा किये गये सर्वे में चौकाने वाले तथ्य सामने आये है। जहॉ लोग नोटबंदी के फैसले से खुश है, वहीं सरकार के इंतजाम से नाराज भी है। सर्वे बैंकों और एटीएम की कतारों में लगे लोगों पर किया। सर्वे में आतंकवाद, हवाला कारोबार, प्लास्टिकमनी का उपयोग, देश की अर्थव्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण प्रश्न लोगों से पूछे गये।
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के विस्तार परिसर कर्मवीर विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने नोटबंदी पर खण्डवा के लोगों की राय जानी। तथ्यों का विश्लेषण से सामने आया कि लोग सरकार के नोटबंदी के फैसले से खुश है। लोगों ने माना की नोटबंदी से कालाधन समाप्त हो जायेगा। 57 प्रतिशत जनता नोटबंदी से परेशान नहीं है। 75 प्रतिशत लोगों का मानना है कि नोटबंदी से उच्चवर्ग के लोग परेशान है। 73 प्रतिशत लोग मानते है कि नोटबंदी से प्लास्टिकमनी का उपयोग बढ़ेगा। 83 प्रतिशत लोग मानते है कि नोटबंदी से जनता का फायदा होगा। 89 प्रतिशत लोग मानते है कि नोटबंदी का फैसला देशहित में है। 85 प्रतिशत लोग मानते है कि देश में आतंकवाद कम होगा। 74 प्रतिशत लोग मानते है कि हवाला कारोबार बंद होगा। 62 प्रतिशत लोग मानते है कि भ्रष्टाचार समाप्त होगा। 73 प्रतिशत लोग मानते है कि देश की देश अर्धव्यवस्था मजबूत होगी। 76 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अन्य मामालोें में भी सरकार को ऐसे फैसले लेने चाहिए। 79 प्रतिशत लोगों का मानना है कि सरकार को बड़े नोटों की अपेक्षा छोटे नोट छापने चाहिए। 59 प्रतिशत लोग मानते है नोटबंदी पर सरकार के इंतजाम कमजोर है। 55 प्रतिशत लोग मानते है कि 2000 के नोट से भ्रष्टाचार बढ़ेगा।
सर्वेक्षण के संचालनकर्ता संस्थान के सहायक प्राध्यापक नितिन भगौरिया ने कहा कि नोटबंदी से कालाधन समाप्त होगा, देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, कई चीजों के दाम भी कम होंगे और भारतीय मुद्र मजबूत होगी। सर्वेक्षण में प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. रंजन सिंह, प्रमोद सिन्हा, राजेन्द्र परसाई, ओमप्रकाश चौरे, अरुण कुमार पाटिलकर, अंकुर राजावत शामिल रहे।
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