मुंबई: खाद्य सुरक्षा विभाग ने बॉलीवुड की डांसिंग क्वीन माधुरी दीक्षित नैन पर नेस्ले इंडिया के उत्पाद ‘आटा मैगी’ को लेकर भ्रामक विज्ञापन के जरिए प्रचार करने का आरोप लगाया हैं तथा उन्हें कानूनी नोटिस भी भेजा गया हैं। यह नोटिस खाद्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 24 व 53 के तहत माधुरी दीक्षित को भेजा गया है। विभाग की ओर से माधुरी दीक्षित नैने को पंद्रह दिनों के भीतर नोटिस के सभी नौ बिन्दुओं के जवाब देने को कहा गया है, समय से जवाब न दिए जाने पर विभाग एडीएम कोर्ट में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा देगा। यह जानकारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन ने दी।
मैगी में लेड और एमएसजी जैसे खतरनाक तत्व मिले हैं जो सेहत को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। ‘नेस्ले इंडिया’ कंपनी की ओर से बनाए जाने वाली मैगी के कई पैकेट बाजार से वापस ले लिए गए हैं। इंडियन फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) के फूड इंस्पेक्टरों ने लखनऊ से मैगी के जो पैकेट जब्त किए उनमें मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) और लेड जैसे घातक तत्व पाए गए हैं। दो दर्जन पैकेट पर यह जांच की गई थी।
विभाग की ओर से यह कार्रवाई की गई है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन ने बताया कि मैगी बनाने वाली नेस्ले इंडिया कंपनी की अधिकृत वेबसाइट पर माधुरी दीक्षित को आटा मैगी के संदर्भ में यह कहते हुए दर्शाया गया है कि इसे खाने से तीन रोटियां खाने के बराबर फाइबर मिलता है और शरीर स्वस्थ रहता है।
दिलीप जैन ने कहाकि नोटिस में माधुरी दीक्षित से पूछा गया है कि विज्ञापन में स्वास्थ्य के दावे उन्होंने किस आधार पर किए, क्या उन्होंने आटा मैगी की कोई स्वास्थ्य या वैज्ञानिक जांच कराई थी। वह नेस्ले के प्रमोशन में किस आधार पर कर रही हैं वह नेस्ले के सेल्स प्रमोशन में भागीदार क्यों हैं, क्या उन्होंने कंपनी के उत्पाद के अपने द्वारा किए जा रहे दावे को कभी परखा है मैगी मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होने के बावजूद वह क्यों और किस आधार पर उसे स्वास्थ्य के लिए बेहतर बता रही हैं। साथ ही विभाग ने उनसे यह भी जानने की कोशिश की है कि वह अपने घर या खुद के खाने में मैगी का इस्तेमाल करती हैं और अगर नहीं करती हैं तो क्यों।