अहमदाबाद- आरक्षण के नाम पर जननायक बनकर सामने आए हार्दिक पटेल अब चुनाव लड़ेंगे। वो और उनके साथी गुजरात में होने जा रहे नगरीय निकाय चुनाव में बतौर उम्मीदवार उतरेंगे। इसके लिए फिलहाल उन्होंने भारतीय राष्ट्रवादी पार्टी से हाथ मिलाया है परंतु सूत्र कहते हैं कि यदि सबकुछ ठीक रहा तो हार्दिक अपनी अलग पार्टी बनाएंगे।
अगले माह प्रस्तावित निकाय चुनावों को लेकर अहमदाबाद और सूरत में पाटीदार आंदोलन समिति और सरदार पटेल समूह अभी से लोगों को जोडऩे में जुट गया है। इसी के साथ पटेल समुदाय ने नडियाद और आनंद की स्थानीय पार्टियों को भी समर्थन देना शुरु कर दिया है।
पटेल नेताओं का कहना है कि हम भले ही न जीतें, पर योजना होगी कि बीजेपी के मंसूबों पर पानी फिर जाए। अहमदाबाद के 48 वार्डों में पटेलों की मौजूदगी कुल 12 वार्डों तक ही सीमित है।
इसके अलावा नाडियाद और आणंद मेें पटेल आरक्षण समिति भारतीय राष्ट्रीयवादी पार्टी के साथ मिलकर निकाय चुनाव लड़ेगी। इस पार्टी का गठन 2003 में हुआ था, तब से यह चुनाव लड़ती आ रही है।
पटेल आरक्षण रैली में पुलिस लाठीचार्ज से बेहद नाराज पटेल नेताओं का कहना है कि हम भाजपा से जंग लडऩे के इरादे से रैली में नहीं आए थे, पर जिस तरह पुलिस ने रैली में अत्याचार किया। उसके बाद 10 लोग मारे गए। इससे हम बेहद दुखी हैं और इसी के चलते हम अब भाजपा को निकाय चुनाव में सबक सिखाएंगे।