डिंडौरी : जिले की कोई समस्या हो या हो गम्भीर सवाल, साहब को सावल से एतराज है । जी हा डिंडौरी के जिला पंचायत सीईओ रोहित सिंह को मीडिया से है एलर्जी। साहब को सवालो से डर नहीं लगता ,मीडिया के कैमरे से डर लगता है। गुरुवार को जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में जिला के सभी विभागों के अधिकारी सहित जिला पंचायत की अध्यक्ष और सदस्य बैठक में मौजूद रहे। बैठक में जिला पंचायत के सदस्यों द्वारा कई मुद्दे जिला पंचायत के सीईओ के सामने उठाये गए उनमे से शौचालय भी एक बड़ा मुद्दा रहा।आज भी नर्मदा किनारे ग्रामो में शौचालय अब तक पूर्ण नहीं बन पाए है बात अगर हिनोता गाव की हो या रमपुरी की या फिर करंजिया क्षेत्र की सभी अधूरे है।
इसी मसले को लेकर मीडिया केवल उस बैठक का कट्वेज शाट बना रहा था ता की बैठक ख़त्म होने के बाद जनप्रतिनिधियों से सवाल कर सके। लेकिन बैठक का कट्वेज बनाने के लिए पहुची मीडिया को देख सीईओ रोहित सिंह भड़क गए और अपमानित कर उन्हें ऊँगली दिखाते हुए बाहर जाने को कहा। साहब को मीडिया पर्सन ने बताया भी की बैठक का कट्वेज शाट बना रहे है तब भी सीईओ रोहित सिंह ने बैठक से अभद्रता करते हुए बाहर कर दिया। बैठक में हुए इस घटना की चश्मदीद जिला पंचायत की अध्यक्ष ज्योति प्रकाश धुर्वे और सदस्यों ने सीईओ रोहित सिंह के इस कृत्य पर आपत्ति दर्ज कराते हुए गलत बताया।
मीडिया के साथ जिला पंचायत सीईओ रोहित सिंह का इस तरह का व्यवहार कोई पहला नहीं है। कई बार जब मीडिया उनके इजाजत पर किसी मसले पर बयान लेने उनके दफ्तर जाती है तो कैमरा देख सबसे पहला उनका सवाल होता है कि ये क्या कर रहे है ? या जब फील्ड में किसी पीड़ित के द्वारा किसी मसले की चर्चा करते मीडिया उनका वीडियो बनाती है तब भी उन्हें आपत्ति होती है। जो समझ के परे है। सीईओ जिला पंचायत रोहित सिंह सरकारी यौजनाओ को ठीक तरीके से जिले के अंतिम छोर के व्यक्तियों तक पहुचाने में नाकाम साबित हुए है। जिसे मीडिया हमेशा से प्रदेश तक उठाता आया है। वही जिले में स्वछ भारत अभियान के तहत बने शौचालय की हालत भी दयनीय है। प्रधान मंत्री का स्वप्न रोहित सिंह जैसे अधिकारियो के रहते पूरा हो ,जिले के नज़ारे को देख ये कहा नहीं जा सकता।
रिपोर्ट @दीपक नामदेव