झारखंड के जमशेदपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक 10 दिन के बच्चे को ऑनलाइन बेचा जा रहा है। मामला सामने आते ही हर तरफ हड़कंप मच गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, एक यूजर ने ओएलएक्स (ऑन लाइन एक्सचेंज) पर ‘बेबी सेलिंग’ टैग लाइन के साथ एक लाख में दस दिन का नवजात बिकाऊ है। इसकी विज्ञापन दी है। यूजर ने इसके साथ फोन नंबर और साथ में बच्चे की तस्वीर पोस्ट की है। वहीं नेट सर्फिग करते हुए बारीडीह के वास्तु विहार निवासी कांति पटेल ने इस विज्ञापन को देखकर साइबर थाने की पुलिस को जानकारी दी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
इस खबर के बाद वाह परिवार सामने आया है जिसके नाम से OLX पर बच्चा बेचने का विज्ञापन जारी किया गया था ओएलएक्स पर बच्चा बेचने के मामले में एक नया खुलासा हुआ है।
जिस अजीत राज का नाम और नंबर OLX पर बच्चे के बेचने वालों में दिया गया है, उसका कहना है कि उसकी उम्र 18 साल है और वह अविवाहित है। उसका कोई बच्चा नहीं है। ऐसे में वह कैसे किसी बच्चे को बेचेगा। वह खुद सुबह से लगातार आ रहे फोन से परेशान है। शाम में उसे पता चला कि ऐसी कुछ बात प्रकाश में आई है।
उसने कहा कि वह भुइयांडीह के छायानगर का निवासी है और उसके पिता गोलगप्पा बेचते हैं। वह अरका जैन यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा कर रहा है। उसके एक बड़े भैया हैं, जो टीवी मैकेनिक है। उसकी एक बहन है जो पढ़ाई कर रही है।
अजीत की मां गीता देवी ने कहा कि उनके बड़े बेटे की पत्नी को 15 दिन पहले मर्सी अस्पताल में बेटी हुई है। वह पूरी तरह से स्वस्थ्य है। किसी बीमारी का सवाल ही नहीं उठता।
उसे गुरुवार से लगातार फोन आ रहे हैं। बच्चे के बारे में पूछ रहे थे। लेकिन कोई कॉल क्यों कर रहा है इसका उसे पता नही। शुक्रवार को सुबह से करीब 18 कॉल उसके पास आए, लेकिन किसी ने यह नहीं बताया कि उसका नाम या नंबर किसी साइट पर दिया है। शाम में पता चला कि यह बात समाचार पत्रों में आई है और ओएलएक्स पर उसका नंबर दिया गया है।
उसने बताया कि आज तक उसने कभी भी ओएलएक्स का इस्तेमाल नहीं किया। हां, काफी दिनों से वह एंड्रॉयड फोन जरूर चलाता है। उसका कोई ऐसा दोस्त भी नहीं है, जो उसे इस तरह से बदनाम करने के लिए पोस्ट करे।
जमशेदपुर एसएसपी अनूप बिरथरे के अनुसार इस मामले में कुछ भी नहीं कहना है। कल एक शिकायत आयी थी, जिसे साइबर सेल को जांच के लिए दे दिया गया। कोई बदमाशी कर सकता है या फिर साइबर अपराधी भी इसमें शामिल हो सकते हैं। जांच के बाद ही कुछ सामने आएगा।