ओंकारेश्वर वीआईपी दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपये लेकर अपना रौब दिखाकर बिना शुल्क दिये बिना कोई रसीद कटवाये अवैधरुप से दर्शन करवाने का क्रम जोरों पर चल रहा हैं इसे रोकने के लिये मंदिर ट्रस्ट एवं स्थानिय प्रशासन को संयुक्त रुप से कार्यवाई कर वीआईपी दर्शन द्वार (लकडी गेट) पर बडे-बडे अक्षरों में एक बोर्ड लगवाना चाहिए जिसपर वृद्धजन एवं विकलांग निःशुल्क दर्शन द्वार लिखा हों एसा करने से श्रद्धालुओं के सांथ ठगी नही होगी।
खण्डवा (मनोज द्विवेदी ) मध्यप्रदेश के खण्डवा जिले में स्थित प्रमुख ज्योतिर्लिंग नगरी ओंकारेश्वर में इन दिनों ज्यादा रुपये कमाने के चक्कर में कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा बाहर से आये तीर्थयात्रीयों को लूटने में कोई कसर नही छोडी जा रही हैं। ओंकारेश्वर पुराना बस स्टैंड से लेकर मंदिर गर्भग्रह तक ये स्वार्थी तत्व अपनी कलाकारी बिना किसी शरम हया के भोले-भाले श्रद्धालुओं को भ्रमीत करते देखे जा रहे हैं।
नव वर्ष के अवसर पर ओंकारेश्वर में बडी संख्या में तीर्थयात्रीयों का आना लगातार जारी है सांकेतिक बोर्ड एवं किराया सूची सार्वजनिक जगहों पर नही होने से आटो चालक नाव चालक मनमर्जी से किराया वसूली कर रहे हैं। नया झुला पुल पार्किंग स्थल पर मंदिर पंहुच मार्ग का बोर्ड नही होने से नाव संचालक एजेंट तीर्थयात्रीयों को मनगढंत भयावह कहानी बताकर नाव से मंदिर चलने को मजबुर कर लेते हैं और एक मोटी रकम की वसूली भी करने में कोई कसर नही छोडते।
ओंकारेश्वर मंदिर परिसर बना एजेंटो का अड्डा
पर्वकालों के दौरान ओंकारेश्वर दर्शन के लिये बडी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु पंहुचते हैं श्रद्धालु भगवान् के दर्शन बाद में करता है उससे पहले परिसर मे घुम रहे एजेंटो से प्रताड़ित होना आम बात हो चली हैं।विडंबना यह है की इन एजेन्टो को मंदिर परिसर की सिमा बाहर रखने में स्वयं प्रशासन भी क्यो रुची नही दिखा रहा ये विचारणीय विषय हो रहा हैं। हालात इतने बद से बदत्तर हो रहे है की मंदिर निकासी द्वार तक इन एजेन्टो ने घुसपैठ कर रखी हैं दर्शनार्थ श्रद्धालु स्थाई मंदिर व्यवस्था को कोसते हुए मजबुरन आक्रोश में आकर इन एजेन्टो से छुटकारा पाने का प्रयास करते देखे जा रहे हैं।
प्रतिबंधित खतरनाक घाटों से हो रहा नाव संचालन
ओंकारेश्वर में पिछले दिनों हुई नाव दुर्घटना में मुंबई के एक संभ्रांत परिवार की मौत के बाद खण्डवा जिला प्रशासन ने तीर्थयात्रीयों की सुरक्षा को देखते हुए नाव संचालन में नियम लागु किये थे तथा कुछ एक घाटों को प्रतिबंधित नर्मदा स्नान एवं यहां से नाव संचालन पर पूर्ण प्रतिंबध लगाया था परन्तु इन सारे नियमों का उलंघन करते वर्तमान में नाव चालक एवं इनके एजेंटो द्वारा खुलेआम देखा जा सकता हैं। ओंकारेश्वर नया झुला पुल के निचे स्थित बिशल्या घाट पर अवैध रुप से नावों को लगाकर तिर्थयात्रियों को जबरन यहां पर लाकर नाव में बिना लाईफ जैकेट के बैठाकर मनमाफीक किराया वसूली करते देखने मे आ रहा हैं।
ओंकारेश्वर वीआईपी दर्शन गेट पर लगे वृद्धजन,विकलांग निःशुल्क दर्शन द्वार का सांकेतिक बोर्ड
ओंकारेश्वर वीआईपी दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपये लेकर अपना रौब दिखाकर बिना शुल्क दिये बिना कोई रसीद कटवाये अवैधरुप से दर्शन करवाने का क्रम जोरों पर चल रहा हैं इसे रोकने के लिये मंदिर ट्रस्ट एवं स्थानिय प्रशासन को संयुक्त रुप से कार्यवाई कर वीआईपी दर्शन द्वार (लकडी गेट) पर बडे-बडे अक्षरों में एक बोर्ड लगवाना चाहिए जिसपर वृद्धजन एवं विकलांग निःशुल्क दर्शन द्वार लिखा हों एसा करने से श्रद्धालुओं के सांथ ठगी नही होगी।
उल्लेखनीय है कि ओंकारेश्वर में स्थानिय प्रशासन द्वारा प्रमुख चौराहों एवं वाहन पार्किंग स्थल सहित प्रमुख मार्गों पर तीर्थयात्रीयों की सुविधा के लिये सांकेतिक बोर्ड लगाये जाने का सुझाव ओंकारेश्वर नगरवासीयों ने जिम्मेदार विभागों को दिया हैं।
एड्वोकेट पंडित मनिष पुरोहित ने कहा की ओंकारेश्वर मे श्रद्धालु जानकारी के अभाव में ठगी का शिकार हो रहे हैं प्रशासन को चाहिए की प्रमुख स्थलो पर सहायता केन्द्र लगाकर श्रद्धालुओं को उचित जानकारी देंगे तो एक हद तक व्यवस्थाओं में सुधार आने की संभावना बडेगी।