भोपाल- मध्य प्रदेश सहित चार राज्यो में 78 बाघों की मौत को लेकर एन टी सी ए ( नेशनल टाइगर कंज़र्वेशन अथॉरिटी) हरकत में आगई है । बाघों की मौत की तथ्यपरक रिपोर्ट माहि देने पर चार राज्यों के 35 अधिकारियो को एन टी सी ए ने तलब किया है ।
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5 अगस्त को नागपुर के वन सभागृह में बैठक होगी जिसमे बाघों मौत के कारणों पर ज़िम्मेदार अधिकारियो से विस्तृत जवाब तलब किया जायेगा । एन टी सी ए की अध्यक्षता में गठित समिति के सदस्य इस बैठक में शिरकत करेंगे ।
नाराज़गी भी
एन टी सी ए के अधीन मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में वर्ष 2012 से अब तक 78 बाघों की मौत हो चुकी है । मौत के कारणों को लेकर संबंधितों ने आज तक कोई तथ्यपरक रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है जिससे एन टी सी ए खासा नाराज़ है । 5अगस्त को होने वाली बैठक में चारो राज्यों के अधिकारियो से विस्तृत रिपोर्ट मांगी जायेगी जिससे अधिकारी ख़ासे चिंतित दिखाई दे रहे है ।
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35 अफसर आएंगे
समिति में एन टी सी ए के केंद्रीय महानिरिक्षक देव व्रत स्वाइन,सहायक महानिरीक्षक वैभव माथुर,वाइल्ड लाइफ क्राइम ब्यूरो जबलपुर के उपनिदेशक के अलावा चारो राज्य के 17 टाइगर प्रोजेक्ट के संचालक तथा टाइगर प्रोजेक्ट के बाहर मृत पाये गए वन क्षेत्रो के मुख्या वन संरक्षक और ऍफ़ डी सी एम(फारेस्ट डेवलपमेंट कारपोरेशन आफिन्डिया लिमिटेड) के अधिकारी मौजूद रहेंगे ।
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महाराष्ट्र सबसे आगे
बाघ के मारने के में महाराष्ट्र सबसे आगे है ।यहां 35 बाघों की जान गई है । इन पांच सालों में इनकी मौत का सही पता ही नहीं लगा ।यही वजह है की इन टी सी ए और वाइल्ड लाइफ क्राइम ब्यूरो के अधिकारीयों ने महाराष्ट्र के नागपुर को बैठक के लिये चुना है ।
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अब तक दिए गोल मोल जवाब
एन टी सी ए और वाइल्ड लाइफ क्राइम ब्यूरो के अधिकारी अबतक के प्राप्त जवाब से संतुस्ट नहीं है । इस बैठक में अधिकारी बाघो की मौत पर विस्तार से जानना चाहते है ।दरअसल एन टी सी ए को प्राप्त रिकार्ड में बाघो की मौत के कारणों का सही पता ही नहीं चल रहा है । अब सम्बंधित अधिकारियो सेरिपोर्ट लेने के बाद नए सिरे से रिकार्ड तैयार होगा ।
रिपोर्ट:- @अकील अहमद