खंडवा – ओम्कारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाए जाने के विरोध में नर्मदा बचाओ आंदोलन द्वारा 21 अक्टूबर से कामनखेड़ा में जल सत्याग्रह किया जा रहा हैं. बुधवार छटवें दिन भी सत्याग्रहियों द्वारा जल सत्याग्रह जारी रखा गया. वहीं कामनखेड़ा के पास ग्राम एखण्ड में एक डूब प्रभावित की बेकवाटर में डूबने से मौत हो गई। एनबीए ने मांग की हैं कि बांध का जलस्तर कम किया जाए और जबतक पुनर्वास पूरा न हो जाए बांध को पूरी क्षमता से न भरा जाये।
ओम्कारेश्वर बांध में डूब प्रभावित कामनखेड़ा में पिछले 6 दिनों से जल सत्याग्रह जारी हैं। कामनखेड़ा के पास ही डूब प्रभावित ग्राम एखंड में बुधवार को एक विस्थापित की पानी में डूबने से मौत हो गई। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार एखण्ड निवासी दशरथ पिता चैना घर में पानी घुसने से अपना घर खाली कर रहा था तभी माकन की एक लकड़ी पानी में बहनें लगी उसे पकड़ने के प्रयास में दशरथ का पैर पानी में पिसल गया। पानी गहरा होने की वजह से दशरथ के पानी में डूब गया।
दशरथ के पानी में डूबने की खबर मिलते ही ग्रामवासी घटना स्थल पर पहुंचे और दशरथ के शव को पानी से निकला। नर्मदा बचाब आंदोलन के अलोक अग्रवाल ने बताया की दशरथ ग्राम एखंड का डूब प्रभावित है जिसका अभी तक विस्थापन नहीं हुआ हैं। आज जब दशरथ के घर में डूब का पानी घुसा तो वह अपना घर खाली करने लगा। उसके घर की एक लकड़ी पानी में बही जिसे पकड़ने के प्रयास में दशरथ खुद पानी में डूब गया। मृतक दशरथ को 2013 के राज्य शासन के अनुसार पुनर्वास के अधिकार मिलना बाकि थे। अग्रवाल ने कहाकि बिना पुनर्वास के बांध का जलस्तर बढ़ाया जा रहा है जो पूरी तरह गैरकानूनी है। इन्होने कहा की हम एकबार फिर राज्य शासन से मांग करते हैं की बांध के जलस्तर को पुनः 193 मीटर पर लाया जाये और सभी विस्थापितों को पुनर्वास के अधिकार दिए जाये।
इधर जिला प्रशासन की ओर से मांधाता नायब तहसीलदार ने कहा की मृतक को शासन की और से आर्थिक मदद दी जायगी ।