नई दिल्ली- शुक्रवार को Paytm ने अपने 48 ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी होने के मामले में खुद ही संज्ञान लेते हुए सीबीआई में मामला दर्ज कराया था। अब कुछ हैकर्स प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो और पेटीएम के नाम पर ऑनलाइन फ्रॉड कर रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि आप इन ऑनलाइन से ठगों से कैसे बच सकते हैं।
स्पैम से बचें
हाल ही में कैशकार्ड के जरिए पेमेंट करने पर सरकार ने ईनाम देने की घोषणा की है इसी का फायदा उठाते हुए ऑनलाइन ठगी करने वाले आपको स्पैम भेजकर फंसा सकते हैं। इसके लिए वह आपके व्हाट्सएप पर मैसेज भेज सकते हैं। हो सकता हो कि आपके फ्रेंड लिस्ट से किसी दोस्त ने पेटीएम पर ईनाम मिलने संबंधी कोई लिंक भेजा हो तो आपको उसे पूरी तरह अनदेखा करना है और उस मैसेज को डिलीट कर देना होगा। साथ ही आप अपने दोस्त को बताएं कि ये एक तरह का ऑनलाइन फ्रॉड है।
कैसे करते हैं फ्रॉड
ऑनलाइन ठगी करने वाले आपके व्हाट्सएप पर पेटीएम के लोगो के साथ Get Rs. 1000 Free Paytm Cash- Claim Now! का संदेश आएगा। जिसमें दावा किया गया है कि आपको पेटीएम की तरफ से 1000 रुपए कैश मिलेगा।
पीएम मोदी की फोटो दिखा कर ठग रहें हैं हैकर्स
ये मैसेज मिलने के बाद जैसे ही आप इसपर क्लिक करेंगे आपको आपके फोन में एक नई विंडो दिखेगी जिसमें पीएम मोदी की फोटो लगी होगी और आपसे आपका नंबर मांगा जाएगा। हम आपको बता दें कि इस फ्रॉड में पेटीएम का लोगो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो सिर्फ और सिर्फ लोगों को भ्रमित करने के लिए लगाई गई हैं।
ऐसे काम करता है स्पैम
अगर किसी ने अपना नंबर दे दिया तो आपको एक और नई विंडो दिखेगी जिसमें आपको अपने 12 दोस्तों के साथ इस ऑफर को शेयर करना होगा। दरअसल ऑनलाइन ठग इस स्पैम को आपके ही जरिए आपके दोस्तों के फोन तक पहुंचा देते हैं। साथ ही आपकी कॉन्टैक्ट लिस्ट की जानकारी भी निकाल सकते हैं। इसलिए ऐसे स्पैम को किसी के साथ शेयर करने से बचें और उसे तुरंत डिलीट कर दें।
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए क्या करें?
ई-मेल, वॉट्सएप या फिर फेसबुक मैसेंजर में किसी पर भी ईनाम लॉटरी या कैश प्राइस संबंधित संदशों पर ध्यान ना दें।
ऐसे संदेश आपकी निजी जानकारी चुरा लेते हैं और बाद में आपकी जानकारी के जरिए गलत कामों को अंजाम देते हैं।
स्पैम जैसे मैसेज को तुरंत डिलीट करें।
जिन लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है उन्हें इसके बारे में बताएं।
पेटीएम का दावा
इससे पहले खुद पेटीएम ने ही दावा कि था कि उसके 48 ग्राहकों के साथ 6.15 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है। वहीं सीबीआई ने मामला दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने दिल्ली के कालकाजी, गोविंदपुरी व साकेत में रहने वाले 15 ग्राहकों और पेटीएम की पैतृक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। कंपनी के विधि प्रबंधक एम शिवकुमार ने इस बारे में शिकायत की है।
48 लोगों के साथ सामने आया धोखाधड़ी का मामला
शिकायत के अनुसार 48 मामलों में पाया गया कि ग्राहकों को सामान की आपूर्ति हो गई। इसके बावजूद उन्हें रिफंड किया गया। यानी ग्राहकों को उनके ऑर्डर का सामान भी मिला और रिफंड भी। कंपनी को लगता है कि इसमें गड़बड़ है और जानबूझकर ऐसा कर कंपनी को नुकसान पहुंचाया गया है।
सुरक्षित नहीं है पेटीएम मोबाइल वॉलेट एप
हाल ही में चिपसेट मेकर कंपनी क्वालकॉम ने कहा था कि भारत में कोई भी मोबाइल ऐप सुरक्षित नहीं है. कंपनी का कहना है कि भारत में कोई भी ई-वॉलेट और मोबाइल बैंकिंग ऐप्लिकेशन हार्डवेयर लेवल सिक्योरिटी का इस्तेमाल नहीं करता है जिससे ऑनलाइन लेन-देन को अधिक सुरक्षित रखा जा सके। [एजेंसी]