खंडवा : पद्मावत फिल्म को सेंसर बोर्ड और सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिल गई है लेकिन फ़िल्म रिलीज़ पर बवाल नॉन स्टॉप जारी है।
बाद संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत रिलीज होने वाली है लेकिन फिल्म के विरोध में लगी आग बुझने का नाम नहीं ले रही है। खंडवा में भी फिल्म पद्मावत के रिलिज होने पर रोक लगाने के लिए हिन्दु स्टुडेंट आर्मी के द्वारा खंडवा शहर के इंद्रा चैक से वाहनों से रैली निकाली गई।
जिसका समापन अभिषेक टॉकिज पर हुआ । यहां पर फिल्म को लेकर डायरेक्टर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए। हिन्दु स्टुडेंट आर्मी के जिला अध्यक्ष विकाश झा ने टॉकिज के मैंनेजर को ज्ञापन एवं गुलाब का फूल देते हुए उनसे आग्रह किया है कि इस फिल्म को प्रदर्षित ना करे। अगर फिल्म प्रदर्षित होती हैं तो सर्व हिन्दु समाज इसका कडा विरोध करेगा एवं प्रत्येक घर घर जाकर लोगों को फिल्म ना देखने का आग्रह करेंगे।
उधर कार्निवल सिनेमा खंडवा के प्रबंधक अभिनेन्द्र भदौरिया ने बताया की खंडवा के सिनेमा हॉल फिल्म को नहीं दिखाया जायगा। हालांकि कार्निवल सिनेमा की तरफ से लिखित रूप में कोई आदेश जारी नहीं किया गया हैं।
हिन्दु स्टुडेंट आर्मी का कहना हैं कि हिन्दु समाज व भारतीय संस्कति के साथ छेडछाड एवं इतिहास को तोड़मरोड़ कर इस फिल्म में दिखाया गया हैं। इस फिल्म को लेकर न्यायालय में याचिका भी दायर की थी लेकिन न्यायालय के द्वारा याचिका को खारिज कर दिया गया था । फिर पुनः विचार याचिका दायर की गई थी लेकिन न्यायालय द्वारा उसे भी खारिज कर दी गई। जिसके बाद करणी सेना और सर्व हिन्दु समाज में आक्रोश बढ गया। देश के हर कोने कोने में इसका कड़ा विरोध किया जा रहा हैं।
करणी सेना के डर से गुजरात के कुछ थियेटर मालिक पद्मावत नहीं दिखाने का फैसला कर चुके हैं। फिल्म के विरोध में गुजरात के मेहसाणा में राजपूत संगठन के कार्यकर्ताओं ने दो बसों में आग लगा दी। आणंद में भी सड़कों पर जमकर आगजनी की गई। अहमदाबाद के राजहंस सिनेमा में करणी सेना ने तोड़फोड़ की। जयपुर में भी सड़क पर टायर जलाकर फिल्म का विरोध किया गया। विवाद खत्म करने के लिए संजय लीला भंसाली ने करणी सेना को फिल्म देखने का न्योता भेजा है लेकिन करणी सेना अपने फैसले को बदलने के लिए तैयार नहीं है।
राजपूत संगठनों के नेता-कार्यकर्ता मल्टिप्लेक्स में जाकर ये धमकी देने लगे हैं कि फिल्म दिखाई तो अंजाम काफी बुरा होगा नतीजतन मल्टिप्लेक्स वाले फिल्म पद्मावत को दिखाने से खुद ही पीछे हटने लगे हैं। अहमदाबाद के वाइड एंगल मल्टीप्लेक्स को बजरंग दल के नेताओं ने बकायदा अनुरोध पत्र देकर धमकी दी।
सिर्फ राजपूत संगठन ही नहीं राजनीतिक नफा-नुकसान के फेरे में फंसी कुछ राज्य सरकारें भी पद्मावत के रिलीज के विरोध में खड़ी नज़र आ रही हैं। देखने वाली बात हैं की अगर सिनेमा हॉल में फिल्म दिखाई जाती हैं तो प्रशासन किस तरह के सुरक्षा इंतज़ाम करता हैं।
रिपोर्ट @तुषार सेन /संजय पटेल