इस्लामाबाद – अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ अहम कदम उठाते हुए हक्कानी नेटवर्क और जमात-उद-दावा समेत 12 आतंकी गुटों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार ‘द डॉन’ ने गृह मंत्रालय के अधिकारियों के हवाले से गुरुवार को यह खबर दी है। फजलुल्लाह ने 16 दिसंबर को पेशावर स्कूल में आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। हक्कानी नेटवर्क को अमेरिका ने सितंबर 2012 में आतंकी गुट घोषित किया था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी इसे काली सूची में डाला था। इस नेटवर्क की स्थापना जलालुद्दीन हक्कानी ने की थी। इन गुटों पर प्रतिबंध लगने के बाद पाकिस्तान में प्रतिबंधित संगठनों की संख्या 72 हो गई है।
इसके साथ ही मुंबई हमले का प्रमुख साजिशकर्ता हाफिज सईद की संस्था जमात उद दावा (पूर्व में लश्कर-ए-तैयबा) पर भी प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है।
यह फैसला अमेरिका विदेश मंत्री जॉन केरी के पिछले हफ्ते दिए गए उस बयान के बाद लिया गया है जिसमें उन्होंने तकरीक-ए-तालिबान का सरगना मुल्ला फजलुल्लाह को विशेष रूप से वैश्विक आतंकी बताया था।
पाकिस्तान सरकार ने इन दोनों गुटों के अलावा हरकत-उल-जिहाद इस्लामी, हरकत-उल-मुजाहिदीन, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन, उम्मा तमीर-ए-नू, हाजी खैरउल्लाह हाजी सत्तार मनी एक्सचेंज, राहत लिमिटेड, रोशन मनी एक्सचेंज, अल अख्तर ट्रस्ट, अल राशिद ट्रस्ट पर भी प्रतिबंध लगाया है।