नई दिल्ली – राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) ने कहा है पाकिस्तान हमारा भाई है और नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले 14 महीनों में दोनों देशों के रिश्तों में सुधार लाने के लिए जो कदम उठाए हैं वह सराहनीय है। संघ ने कहा की हमारे सभी पड़ोसी देश हमारा (भारत का) ही हिस्सा है इसलिए हमें इनके साथ अपने संबंधों में सुधार करना ही चाहिए।
संघ ने शुक्रवार को कहा कि पडो़सी देशों के साथ अपने संबंध सुधारने की जरुरत है और हमें यह देखना चाहिए की सामाजिक और भौगोलिक स्तर पर इस दिशा में कैसे आगे बढ़ा जा सकता है। आरएसएस के सर संघ चालक दत्तात्रेय होसबोले ने दोनों देशों के संबंधों को बारे कहा कि ‘परिवार के दो भाईयों के बीच’ ऐसा होता रहता है।
उनमें से एक भाई को आगे बढ़कर आपसी रिश्तों को सुधारने की दिशा में काम करना चाहिेए। उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि ‘पांडव और कौरव भी भाई थे। धर्म की स्थापना के लिए ऐसा करना चाहिए।’
गौरतलब है कि संघ की छवि पहले से ही पाकिस्तान विरोधी रही है। वह शुरू से ही कहता आया है कि पाकिस्तान के साथ किसी प्रकार के बातचीत की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। लेकिन शुक्रवार के इस बयान ने संघ का एक दूसरा चेहरा भी लोगों के सामने लाया है।
संघ और बीजेपी की तीन दिवसीय बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चाएं हुई और संघ ने सरकार के कामों का जायजा भी किया। बैठक के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघ और अन्य सहयोगी दलों के नेताओं से कहा कि यह संघ के दिए हुए ही ‘संस्कार’ है जिसकी वजह से वह अपनी तरफ से हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा की उनकी सरकार ने कई जरुरी काम किए हैं ‘लेकिन अभी ऐसे बहुत सारे काम हैं जिनको करना अभी बाकी है। हम देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं और जल्द ही इसके परिणाम दिखेंगे।’