नई दिल्ली- केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में आंतरिक सुरक्षा और कश्मीर के मुद्दे पर जवाब दिया। अपनी बात रखते हुए गृहमंत्री ने कहा कि पाक, भारत में रहने वाले मुस्लिमों की चिंता ना करे।
पीएम ने विदेश दौरे से आते ही कश्मीर मुद्दे पर बैठक करते हुए हालात का जायजा लिया। भारत में विभिन्न तरह के लोग रहते हैं लेकिन कोई समस्या आती है तो देश एकजुट होकर खड़ा होता है। विभिन्नता में एकता हमारी पहचान है।
आमीर खुसरों की पक्तियां पढ़ते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि धरती पर अगर स्वर्ग है तो वह कश्मीर है लेकिन हमारे पड़ोसी की बुरी नजर उस पर है। हम कश्मीर का पुराना गौरव लौटाएंगे लेकिन वहां के माहौल को बिगाड़ने में हमारे पड़ौसी का हाथ है।
विभाजन के वक्त बड़ा वर्ग इसे नहीं चाहता था लेकिन यह हुआ और आज हमारा पड़ोसी भारत को अस्थिर करना चाहता है। जो पाकिस्तान मजहब के नाम पर अलग हुआ था वो अपने मजहब के लोगों को एक नहीं रख पाया और वहां विरोध चलते हैं। अपनी समस्याओं को सुलझाने के बजाय वो भारत को अस्थिर करना चाहता है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत में रह रहे मुस्लिमों की चिंता करने की जरूरत नहीं है। इस मौके पर उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की लाइने पढ़ते हुए कहा, ‘ चिंगारी का खेल बुरा होता है, औरों के घर आग लगाने का खेल जो अपने ही घर में पूरा होता है, चिंगारी का खेल बुरा होता है।
कश्मीरी युवाओं को लेकर कहा कि उन्हें बरगलाने का काम किया जा रहा है और हमारी जिम्मेदारी है कि इन युवाओं को हम उन बरगलाने वालों से अलग करें। कश्मीर के हालात अकेले सरकार नहीं सुधार सकती उसके लिए सभी को आगे आना होगा। कश्मीर में जो मारे गए और घायल हुए उनके प्रति हमारी संवेदना है। कश्मीर की जम्हूरियत में हैवानियत का कोई स्थान नहीं हो सकता।
उधर जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी में कानून-व्यवस्था के हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि सर्वदलीय बैठक के लिए पीडीपी, भाजपा, नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, माकपा, भाकपा, नेशनल पैंथर्स पार्टी, डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी तथा अन्य को बुलाया गया है। इस बैठक में घाटी के मौजूदा हालात तथा शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल करने पर चर्चा होगी। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस बैठक का बहिष्कार करने का एलान किया है।