जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान दुनिया के सामने हाथ फैलाकर खड़ा है लेकिन उसका साथ कोई देने को तैयार नहीं हो रहा है।
दुनिया के सामने पाकिस्तान की हो रही फजीहत के बाद अब पाक पीएम इमरान खान अपने ही देश में घिर गए हैं।
पाकिस्तान के प्रमुख विपक्षी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने इमरान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार की गलत नीतियों और भारत सरकार की बेहतर कूटनीतिक सफलताओं के चलते पाकिस्तान दुनिया में अकेला पड़ गया है।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पीपीपी ने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ सरकार के एक साल पूरे होने पर गुरुवार को श्वेत पत्र जारी किया है।
एक साल पूरे होने पर इमरान सरकार ने इसे तब्दील का एक साल बताया है जबकि पीपीपी ने इसे इस साल को तबाही का एक साल करार दिया है।
पीपीपी ने श्वेत पत्र में कहा है बीते एक साल में पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी कमजोर हुआ है। 112 पन्नों के श्वेत पत्र में पीपीपी ने इमरान खान सरकार को ‘सेलेक्टेड सरकार’ (सेना और अन्य सत्ता प्रतिष्ठान के समर्थन से बनी सरकार) बताया है।
सरकार ने पिछले एक साल में वादाखिलाफी और खराब नीतियों के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
पीपीपी ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान तहरीके इंसाफ ने कहा था कि वह कर्ज के लिए आईएमएफ नहीं जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इमरान खान आईएमएफ से कर्ज लिया है। पाकिस्तान में मीडिया पर कई तरह की पाबंदी लगा दी गई है। देश में गरीबी और महंगाई चरम पर पहुंच गई है। पीपीपी चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि इमरान खान सरकार ने एक साल के अंदर देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया।
देश की अर्थव्यवस्था आईएमएफ के पास गिरवी है जबकि राजनयिक स्तर पर पाकिस्तान दुनिया में अलग-थलग पड़ चुका है।