पाकिस्तान ने भारत से लगे अपने वायु क्षेत्र में बाहरी विमानों के प्रवेश पर लगाई पाबंदी को हटा दिया है। पाकिस्तान ने सभी असैन्य विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र सोमवार देर रात 12 बजकर 41 मिनट से खोला।
सूत्रों के मुताबिक भारतीय विमानन कंपनियों के विमान भी जल्दी ही पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से होते हुए सामान्य रूट पर उड़ान भरने लगेंगे।
भारतीय वायुसेना के बालाकोट (पाकिस्तान) में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के शिविरों पर हवाई हमले के बाद पाकिस्तान ने 26 फरवरी के अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया था।
भारत ने जम्मू-कश्मीर में पुलवामा में भारतीय सुरक्षाकमिर्यों पर आतंकवादी हमले के बाद बालकोट की कार्रवाई की थी।
पाकिस्तान ने भारत से कहा है कि वह उसकी वाणिज्यिक उड़ानों के लिए तब तक अपने हवाई क्षेत्र को नहीं खोलेगा, जब तक कि भारतीय वायुसेना के अग्रिम एयरबेस से लड़ाकू विमानों को नहीं हटा लिया जाता है।
पाक के विमानन सचिव शाहरुख *नुसरत ने एक संसदीय समिति को यह जानकारी दी। पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ठिकानों पर किए गए भारतीय वायुसेना के हमले के बाद पाकिस्तान ने 26 फरवरी को अपने हवाईक्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया था। वहीं पाकिस्तान ने हवाई प्रतिबंध पांचवीं बार 26 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है।
पाकिस्तान के प्रतिबंध के बाद सभी यात्री उड़ानों को भारत के वैकल्पिक मार्गों पर परिचालित किया जा रहा था। वहीं, भारतीय हवाई क्षेत्र के बंद होने के बाद थाईलैंड से पाकिस्तानी आने वाली उड़ानों को अभी तक बहाल नहीं किया था।
इसके अलावा मलेशिया के लिए पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की उड़ानें भी निलंबित थी।
नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि पाकिस्तान हवाई क्षेत्र के बंद होने से 2 जुलाई तक भारतीय विमानन कंपनियों को 548 करोड़ का घाटा हुआ।
इसमें 2 जुलाई एयर इंडिया को 491 करोड़, 31 मई तक इंडिगो को 25.1 करोड़ और 20 जून तक स्पाइस जेट को 30.73 करोड़ और गोएयर को 2.1 का घाटा हुआ है।