पाकिस्तान के अटक शहर में रविवार को पंजाब प्रांत के गृहमंत्री शुजा खानजादा के कार्यालय में हुए विस्फोट में मंत्री सहित 10 लोगों की मौत हो गई है। जियो टीवी के अनुसार, पंजाब के मुख्यमंत्री के सलाहकार सईद इलाही ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के सेवानिवृत्त कर्नल खानजादा इमारत के मलबे में दब जाने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उनकी मौत हो गई।
आंतरिक मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, प्रतिबंधित लश्कर-ए-झांगवी संगठन ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमले में कितने हमलावर शामिल थे और विस्फोट कैसे हुआ।
खानजादा को पिछले साल अक्टूबर में गृहमंत्रालय का प्रभार सौंपा गया था और एलईजे प्रमुख मलिक इशाक की हत्या के बाद से उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं।
इस शक्तिशाली विस्फोट में मंत्री का कार्यालय ढह गया, जिसमें मंत्री सहित 20-25 लोग फंस गए। खानजादा के बेटे सोहराब ने बताया कि जब विस्फोट हुआ, तब उनके पिता कार्यालय में मौजूद थे। मृतकों को मलबे से बाहर निकाल लिया गया है।
खानजादा आतंकवादी समूहों के खिलाब प्रमुख अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल थे। उनका विभाग कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है। मीडिया रपटों में कहा गया है कि घटनास्थल पर बचाव अभियान जारी है। एक हेलीकॉप्टर को बचाव कार्य में लगाया गया है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आतंकवादी हमले की निंदा की है।