दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा की शिकायत के बाद ट्विटर ने पाकिस्तान डिफेंस के वेरिफाइड अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है। छात्रा ने शिकायत की थी कि इस ट्विटर अकाउंट द्वारा उनकी तस्वीर के साथ छेड़छाड़ कर उनकी छवि को देश के प्रति खराब दिखाया जा रहा है।
इस ट्विटर हैंडल पर डीयू की छात्रा कवलप्रीत कौर जो कि एआईएसए की नेता भी है, उनको एक प्लेकार्ड के साथ दिल्ली के जामा मस्जिद के सामने खड़ा हुआ दिखाया गया है।
इस मॉर्फ्ड तस्वीर में कौर के कार्ड पर लिखा है “मैं भारतीय हूं लेकिन मुझे भारत से नफरत है क्योंकि भारत एक ओपनिवैशिक इकाई है जिसने नागास्, कश्मीरियों, मणिपुरियों, हैदराबाद, जूनागढ़, सिक्किम, मिजोरम और गोवा पर कब्जा कर रखा है”।
इस तस्वीर को वायरल होने में ज्यादा समय नहीं लगा और लोग बिना सच्चाई जाने कौर की आलोचना करने लगे। खुद की आलोचना होते देख कौर ने अपनी असल तस्वीर साझा की और साथ ही ट्विटर को इसकी शिकायत भी की। असली प्लेकार्ड की बात करें तो उसपर लिखा था “मैं भारत की नागरिक हूं और मैं हमारे संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के साथ खड़ी हूं। मैं हमारे देश में मुस्लिमों के खिलाफ हो रही साम्प्रयदायिक हिंसा के खिलाफ लिखूंगी”।
द संडे एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कौर ने कहा हरियाणा के जुनैद की हत्या के बाद देश में नोट इन माय नेम कैंपेन चला था जिसका हिस्सा बनते हुए इस फोटो को जुलाई में क्लिक किया गया था। कौर ने कहा कि मैंने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर इस फोटो को लगाया था जिसे सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया, हो सकता है कि वायरल होने के बाद किसी ने मेरी तस्वरी को मेरे खिलाफ इस्तेमाल किया है।
कौर ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब मेरी तस्वीर के साथ छेड़छाड़ कर उसका गलत इस्तेमाल किया गया है। इससे पहले भी मेरे साथ एक ऐसी घटना हुई थी जिसके खिलाफ मैंने दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई लेकिन मेरी फोटो का गलत तरीके से इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई लेकिन आज जब किसी वेरिफाइड अकाउंट को मेरी तस्वीर शेयर करते हुए देखा तो यह बहुत ही हैरान कर देने वाला था।
इसमें सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह थी उन्हें बता दिया गया था कि यह तस्वीर मॉर्फ्ड है बावजूद इसके पाकिस्तान डिफेंस के अकाउंट ने इसे अपने अकाउंट से नहीं हटाया।