खंडवा -चौकीदार को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ हैं। जहाँ कांग्रेस चौकीदार चोर है का नारा बुलंद किए हुए है तो वहीं भाजपा के सभी नेताओं ने अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ कर में भी चौकीदार कैम्पेन छेड़ा हुआ हैं।
यही चौकीदार कैम्पेन खंडवा जिले की पंधाना विधानसभा से भाजपा विधायक राम दंगोरे को उस वक्त भारी पड़ गया जब ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ी रोक कर उसका चालान काट दिया। दरअसल पंधाना विधायक ने अपनी गाड़ी पर नेम प्लेट हटा कर चौकीदार पंधाना की नेम प्लेट लगा ली थी । आचार संहिता के चलते पुलिस ने विधायक से नेम प्लेट हटाने को कहा पर विधायक ने पुलिस की एक न सुनी और बहस करते रहे।
राफेल के मुद्दे पर जब से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने चौकीदार चोर है का नारा लगाया तभी से भाजपा ने pm मोदी के बचाव में , मैं भी चौकीदार कैम्पेन शुरू कर दिया। अपने ट्विटर हैंडल पर जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने चौकीदार लिखा देश भर में भाजपा के नेताओ ने भी अपने नाम के आगे चौकीदार लिखना शुरू कर दिया।
हालांकि भाजपा के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने यह बोल कर चौकीदार कैम्पन से किनारा कर लिया कि वे ब्राह्मण है इसलिए चौकीदार नहीं लगाएंगे। चौकीदार शब्द के इस विवाद में अब एक नाम और जुड़ गया है और वो नाम है पंधाना से विधायक राम दंगोरे का।
राम दंगोरे ने अपनी गाड़ी पर विधायक की नेम प्लेट हटा कर उसपर चौकीदार पंधाना लिखवा लिया। विधायक अपनी गाड़ी पर चौकीदार लिखवा कर शान से घूम रहे थे तभी वाहन चेकिंग के दौरान असल चौकीदारों ने उनकी गाड़ी रोक ली। पुलिस में जैसे ही गाड़ी रोकी विधायक साहब आग बबूला हो उठे फिर क्या । विधायक साहब ने पुलिस को ही कानून का पढ़ पढ़ाने की कोशिश की पर असल चौकीदार यानी पुलिस के आगे विधायक की नहीं चल पाई।
विधायक तो पुलिस को नियम कानून का पढ़ पढ़ा कर चले गए लेकिन पुलिस ने विधायक के वाहन का चालान काट उसे न्यायालय के थ्रू भेजने की तैयारी कर ली । डीएसपी ट्रैफिक पुलिस संतोष कोल के मुताबिक मोटर विकल एक्ट में साफ लिखा है कि गाड़ी में नंबर प्लेट के अलावा और कुछ नहीं लिखवाया जा सकता हैं