पन्ना: रत्नगर्भा पन्ना की धरती से एक गरीब कृषक राधेश्याम सोनी को शनिवार की सुबह उथली खदान से 18 कैरेट 13 सेंट का बेशकीमती जैम क्वालिटी का हीरा मिला। यह लंबे-चपटे व रूख समूह अष्टांग घुमावदार है। हीरे की कीमत 50 लाख से अधिक आंकी जा रही है। इसके एक माह पूर्व भी इसी खदान में राधेश्याम को 5 कैरेट का हीरा मिल चुका है।
जिला मुख्यालय से लगभग 9 किलोमीटर दूर समीपी ग्राम कृष्णा कल्याणपुर (पटी) में हीरा विभाग से पट्टा लेकर हीरे की उथली खदान खोद रहे राधेश्याम सोनी निवासी ग्राम जनकपुर ने जब आज सुबह खदान से निकली कंकड़युक्त चाल (ग्रेवल) को टोकनी में पानी से धोकर जमीन पर सुखाने के लिए पलटा तो उनकी आंखें खुली की खुली रह गईं। एक तेज चमकदार पत्थर की रोशनी से उनकी आंखें चौंधिया गईं।
राधेश्याम व उनके साथी इसे लेकर जिला हीरा अधिकारी कार्यालय पहुंचे तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें पता चला कि यह हीरा उज्जवल क्वालिटी का है। हीरा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार हीरा बिक्री के बाद साढ़े 11 प्रतिशत रॉयल्टी व एक प्रतिशत इनकम टैक्स काटा जाता है। पैन कार्ड न होने की स्थिति में बीस प्रतिशत टैक्स काटा जाता है। पैन कार्डधारी बाद में एक प्रतिशत अपना क्लैम करके वापस ले सकते हैं।
बहुमूल्य हीरा मिलने की खबर जैसे ही राधेश्याम के परिजन को मिली तो उनके घर में उत्सव जैसा माहौल हो गया। घर में रिश्तेदारों और परिचितों के आने-जाने का सिलसिला दोपहर से ही शुरू है। राधेश्याम ने कहा कि ईश्वर की असीम अनुकम्पा से उसे महज तीन माह की मेहनत का फल मिल गया और उसे दो-दो हीरे प्राप्त हो चुके हैं।
14 सितम्बर को जनकपुर के एक किसान को खेत में उथली खदान में जैम क्वालिटी का हीरा मिला था, जिसकी कीमत भी लाखों में थी। इसके बाद अक्टूबर माह में मजदूर मोतीलाल को 42 कैरेट का हीरा मिला। अब दिसंबर में कृषक राधेश्याम सोनी को 18 कैरेट 13 सेंट उज्जवल क्वालिटी का हीरा मिला है।
पन्ना के लिए आज बड़े सौभाग्य का दिन रहा। आज जहां दो बड़े हीरे करोड़ों रुपए में नीलाम हुए। पन्ना जिले में इस तरह के हीरे मिलना इस कार्यायल के लिए ही नहीं, जिले की जनता का सौभाग्य का विषय है हीरे तो मिले हैं लेकिन इतनी बड़ी राशि के हीरे आज तक नहीं नीलाम नहीं हुए- संतोष कुमार सिंह, जिला हीरा अधिकारी पन्ना