पद्म श्री और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता और सांसद परेश रावल ने ट्वीटर के जरिए मशहूर लेखर और राजनीतिक एक्टिविस्ट अरुंधति राय पर निशाना साधा है। उन्होंने बीती रात (21 मई, 2017) ट्वीट कर लिखा, ‘पत्थरबाजों की जगह अरुंधति राय को सेना की जीप के सामने बांधा जाना चाहिए।’
अभिनेता परेश रावल का बयान ऐसे समय में सामने आया है जब बीते महीने भारतीय सेना की जीप के सामने बंधे हुए एक युवक वीडियो वायरल हुआ था। मामला सेंट्रल कश्मीर के बडगाम जिले के एक गांव था। जिसमें सेना ने पत्थरबाजों को ऐसा कर स्पष्ट चेतावनी दी थी। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट के जरिए ये वीडियो शेयर किया था। ट्वीट में अब्दुल्ला ने कहा कि मामले की जल्द से जांच की जाए।
बता दें कि साल 2014 में हुए आम चुनाव में अभिनेता परेश रावल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से चुनाव लड़ते हुए पूर्वी अहमदाबाद की संसदीय सीट से चुनाव जीते थे। वहीं भाजपा जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से गठबंधन कर जम्मू-कश्मीर में सरकार चला रही है। जानकारी के लिए बता दें कि साल 1997 में द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग नोवल लिखने वाली गृहणी अरुंधति राय ने मैन बुकर पुरस्कार जीता था। जिसके बाद से अरुंधति राय बहुत मुखर राजनीतिक एक्टिस्ट के रूप में मशूहर हुई। बाद में उन्होंने सक्रिय रूप से मानव अधिकारी से जुड़े मुद्दे देश-विदेश में उठाए।
वहीं अपने ट्वीट को लेकर शायद ही कभी हिंसक नजर आने वाले परेश रावल ने इस बार अरुंधति राय पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा पत्थरबाज की जगह अरुंधति राय को आर्मी की जीप के सामने बांधा जाना चाहिए। दूसरी तरफ परेश रावल के इस ट्वीट के बाद ट्वीटर यूजर्स ने उनपर भीड़ को भड़काने का आरोप लगाया है। ट्वीटर यूजर राकेश शर्मा लिखते हैं, ‘एक सांसद सदस्य उग्रवादी भीड़ को उकसा रहा है। एक थियेटर कलाकार और फिल्म अभिनेता एक लेख के खिलाफ हिंसा को प्रोत्साहित कर रहा है।’ एसआई हबीब लिखते हैं, ‘ये हमारे लॉमेकर हैं और मेरे पसंदीदा एक्टर भी। सांसद सदस्य भीड़ को भड़का रहा है।’
@एजेंसी