नई दिल्लीः महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर हुई खींचतान के बाद शिवसेना बीते दिनों एनडीए से बाहर हो गई। अब संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन शिवेसना नेताओं ने किसानों के मुद्दों को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया है।
महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश को प्राकृतिक आपदा घोषित करने की मांग को लेकर शिवसेना नेताओं ने संसद परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास धरना दिया। वहीं, इसके अलावा शिवसेना ने फसलों के नुकसान पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है।
Delhi: Shiv Sena leaders hold protest near the statue of Chhatrapati Shivaji Maharaj in Parliament premises, demanding to declare unseasonal rains in Maharashtra as natural calamity pic.twitter.com/RvEHPOGMzl
— ANI (@ANI) November 18, 2019
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू के संबोधन के साथ संसद के शीतकालीन सत्र की बैठक सोमवार सुबह शुरू हो गई है। शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले यहां कहा कि सरकार को पिछले सत्रों की तरह इस सत्र में भी सभी दलों से सहयोग मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने सत्र शुरू होने से कुछ मिनट पहले मीडिया से कहा, ‘संविधान देश की एकता, अखंडता और विविधता को समेटे हुए है। पिछले दिनों सभी दलों के नेताओं से मिलने का मौका मिला, जिस तरह से पिछला सत्र सभी दलों के सहयोग से चला था, इस बार भी ऐसा ही होने की उम्मीद है।’