फतेहपुर : देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे हमलों का विरोध करते हुए तहसील खागा क्षेत्र के विभिन्न गाँवों में लोगों ने काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज अदा की। एक ओेर जहां ईद की खुशियां मनाई जा रही हैं तो वहीं दूसरी ओर समाज में फैल रही वैमनस्यता का अकीदतमंदों ने विरोध जताया। खागा नगर स्थित ईदगाह में ईद की नमाज के लिए लोग काली पट्टी बांधने के बाद ईदगाह पहुंचे। साथ ही शहर के कुछ नौजवानों द्वारा काली पट्टी बांधकर देश के विभिन्न भागों में मुसलमानों पर हो रहे हमले एवं अत्याचार का विरोध किया गया। वहीं सुल्तानपुर घोष गाँव में भी नमाज़ियों ने ईद की नमाज़ अदा करने के बाद विरोध दर्ज करते हुए मस्जिद के आगे काली पट्टी बांधकर लोकतांत्रिक तरीके से एकजुट होकर मुस्लिम हित व सुरक्षा के लिए बंद लफ़्ज़ों में शासन से गुहार भी लगाई ।
बताते चलें कि ईद की नमाज के पहले ईदगाह के प्रवेश द्वार पर युवक काली पट्टी के साथ खड़े थे और ईदगाह परिसर जाने वाले हर व्यक्ति की बांह पर काली पट्टी भी बांध रहे थे। इस विरोध के संबंध में युवकों का कहना था कि वे देश के वल्लभगढ़, मऊ, नोएडा, बुलंदशहर सहित कई अन्य राज्यों में लगातार फांसीवादी ताकतों द्वारा मुसलमानों को चिह्नित कर सुनियोजित हमले एवं अत्याचार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। ताकि इस तरह के घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो।
पिछले दिनों अलग – अलग जगहों पर मुस्लिम होने के चलते कुछ हिन्दू संगठनों के सदस्यों ने पीट – पीट कर कई लोगों को मौत के घाट उतारा था जिसके चलते मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी के आह्वान पर समूचे देश मे मुस्लिम समाज द्वारा काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज पढ़ने के दौरान शांतिपूर्वक व लोकतांत्रिक ढंग से विरोध करने का आह्वान किया गया था जिसके आधार पर लोगों ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया । इस दौरान सुल्तानपुर घोष ईदगाह में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। इस अवसर पर शीबू खान, मोहम्मद ज़फर, इसरारुल हक़ (पहलवान), मो. शहज़ादे, मो. शहरोज़, अनवारुल हक़, जुनेद, अनवार अहमद, रानू सहित सैकड़ों नमाजी उपस्थित रहें ।
रिपोर्ट @ सरवरे आलम