केरल उच्च न्यायालय ने पुलिस को अलपूझा में 21 मई की रैली के संबंध में कथित भड़काऊ नारेबाजी के संबंध में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
केरल के अलपूझा में हाल ही में भड़काऊ भाषण मामले के बाद पीएफआई नेता ने न्यायपालिका पर हमला किया है। केरल पीएफआई नेता याहिया तंगल ने हाईकोर्ट के जजों पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा है कि उनके इनरवियर भगवा हैं।
पीएफआई नेता ने कहा, अदालतें अब आसानी से चौंक रही हैं। हमारे नारे सुनकर न्यायाधीश चौंक रहे हैं। क्या आप इसका कारण जानते हैं? इसका कारण यह है कि उनके आंतरिक वस्त्र भगवा हैं। चूंकि वह भगवा है, इसलिए वह जल्दी गर्म हो जाता है। इसके बाद जलन होती है और वह आपको परेशान करता है।
पीएफआई नेता याहिया तंगल द्वारा की गई टिप्पणी के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उस पर न्यायालय के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप है।
वहीं अलपूझा में हुई रैली में विवादित भाषण के आरोप में अब तक 27 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
रैली के दौरान हुई नारेबाजी का वीडियो सामने आया था। वायरल वीडियो में एक लड़का नारा लगा रहा है, ‘हिंदुओं को अपने अंतिम संस्कार के लिए चावल रखना चाहिए और ईसाइयों को अपने अंतिम संस्कार के लिए सुगंधित धूप, अगरबत्ती रखना चाहिए। अगर आप शालीनता से रहते हैं तो आप हमारी भूमि में रह सकते हैं और यदि अच्छे से नहीं रहते हैं तो हम आजादी जानते हैं। शालीनता से जियो।’ मौजूद लोग बच्चे के इस नारे को दोहराते सुनाई दे रहे हैं।
केरल पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को 18 और लोगों को गिरफ्तार किया है। केरल पुलिस ने कहा कि ये वे लोग थे जो बच्चे द्वारा लगाए गए नारे दोहरा रहे थे। दो लोगों को पहले गिरफ्तार किया गया था।
केरल उच्च न्यायालय ने पुलिस को अलपूझा में 21 मई की रैली के संबंध में कथित भड़काऊ नारेबाजी के संबंध में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
वहीं नाबालिग लड़के को कंधे पर उठाकर ले जाने वाला एराट्टुपेट्टा निवासी अनस इस मामले में गिरफ्तार होने वाला पहला व्यक्ति था।