उज्जैन : शिप्रा में अल सुबह शाही स्नान की शुरुआत के साथ उज्जैन महाकुंभ पर्व की शुरुआत हो गई है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु भी अमृत स्नान का पुण्य लाभ लेने शिप्रा तट पर पहुंचे। उज्जैन कलेक्टर कवींद्र कियावत के अनुसार सुबह आठ बजे तक 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने शिप्रा में स्नान किया। दिन भर में इनकी संख्या और बढ़ जाएगी।
यहां करीब 7 किमी तक शिप्रा नदी पर बने अगल-अलग घाटों पर लोगों ने स्नान किया। उधर अल सुबह महाकालेश्वर मंदिर में हुई भस्म आरती के दौरान बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। रात से ही भस्म आरती में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ महाकाल मंदिर बाहर लग गई थी।
देर रात 1 बजे से ही शिप्रा नदी के रामघाट पर हजारों की संख्या में लोग स्नान करने पहुंचे। बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ से देखकर पुलिस और प्रशासन ने उन्हें वहां से हटाया। रात 2 बजे फिर से लोगों को शिप्रा तट पर पहुंचने की अनुमति मिल गई। वहीं सुबह शाही स्नान के लिए निकलने वाले अखाड़ों के मार्ग पर पुलिस ने जगह-जगह रास्ते रोक दिए। इसकी वजह से महाकुंभ में पहुंचे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा।
रामानंदी और पंच निर्मोही अखाड़े में हुए विवाद के बाद रामानंदी अखाड़े ने शाही स्नान का बहिष्कार कर दिया। निर्मोही अखाड़े के श्रीमहंत परमात्मा दास जी ने अपने पंचों सहित स्नान का विरोध करने की घोषणा की और स्नान करने नहीं पहुंचे। उनका कहना है कि प्रशासन ने पक्षपातपूर्ण निर्णय लिया है। जिससे निर्मोही अणि अखाड़े की परंपरा टूटी गई है। रामानंदी निर्मोही श्री महंत मदनमोहन दास ने भी इसका समर्थन करते स्नान में शामिल नहीं हुए।