नई दिल्ली– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात किया। यह ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 27वां एपिसोड था। पीएम मोदी पहले ही लोगों से विषय और थीम पर सुझाव मांग चुके हैं। उन्होंने 25 दिसंबर को प्रसारित होने वाले इस साल इस तरह के अंतिम कार्यक्रम के लिए लोगों से उनके सुझाव साझा करने को कहा था। उन्होंने इसके लिए एक टोल फ्री नम्बर पर कॉल करने या एक मोबाइल एप के जरिये सुझाव प्रेषित करने को कहा था।
‘मन की बात’ में क्या कहा पीएम मोदी ने
महामना मदन मोहन मालवीय को जयंती पर याद करने और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को जन्मदिन की बधाई देने के बाद पीएम ने दो योजनाओं की सौगात देश को दी।
उन्होंने बताया कि क्रिसमस के दिन दो योजनाओं का लाभ मिलने जा रहा है।
ग्राहकों के लिये ‘लकी ग्राहक योजना’ और व्यापारियों के लिये ‘डीजीधन व्यापार योजना’ शुरू हो रही है।
क्रिसमस की सौगात के रूप में, पंद्रह हजार लोगों को ड्रॉ सिस्टम से इनाम मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत 15 हजार लोगों के खाते में एक-एक हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा और ये सिर्फ आज के लिए नहीं है।
ये योजना आज से शुरू होकर 100 दिन तक चलने वाली है। हर दिन 15 हजार लोगों को एक-एक हजार रुपए का इनाम मिलेगा।
पीएम ने कहा आज का दिन सेवा, त्याग और करुणा को अपने जीवन में महत्व देने का अवसर है।’
ईसा मसीह के कहे गए वाक्य का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि ईसा मसीह ने कहा कि गरीबों को हमारा उपकार नहीं, हमारा स्वीकार चाहिए।
मन की बात की शुरुआत पीएम मोदी ने देश की जनता को क्रिसमस की बधाई देकर की।
पीएम ने किया था ट्वीट
इस संबंध में पीएम मोदी ने ट्वीट भी किया था। पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज साल 2016 की आखिरी मन बात की बात है, साथ ही उन्होंने इस दौरान देश से उनके साथ जुड़ने की अपील भी की है।
बता दें कि मन की बात में पीएम देश से कई मुद्दों पर बात करते हैं। वो स्कूली बच्चों से उनकी परिक्षाओं को लेकर बात कर चुके हैं तो उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी के बाद भी देश से इन मुद्दों पर बात की थी।