नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की शुरुआत रियो ओलंपिक से की। पीएम ने ओलंपिक में हिस्सा लेने गए खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं मानता हूं कि आने वाले दिनों में पूरे देश में खेल का रंग हर नौजवान को उत्साह-उमंग के रंग से रंग देगा। कुछ ही दिनों में विश्व का सबसे बड़ा खेलों का महाकुंभ होने जा रहा है। रियो हमारे कानों में बार-बार गूंजने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी देशवासी रियो ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों को शुभकामनाएं भेजें। उन्होंने लोगों से ये भी अपील की कि एंटीबायोटिक दवाएं डॉक्टर की सलाह के मुताबिक ही लें।
पीएम ने बारिश में बीमारियों से बचाव करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि डेंगू से से बचा जा सकता है। थोड़ा स्वच्छता पर ध्यान रहे, थोड़े सतर्क रहें और सुरक्षित रहने का प्रयास करें।
महिलाओं का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि देश में हर वर्ष 3 करोड़ महिलाएं गर्भावस्था धारण करती हैं, प्रसूति के समय कभी मां मरती है, कभी बालक मरता है, कभी दोनों मरते हैं। एक दशक में माता की असमय मृत्यु की दर में कमी तो आई है, लेकिन फिर भी आज बहुत बड़ी मात्रा में गर्भवती माताओं का जीवन नहीं बचा पाते हैं।
सरकार ‘प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व; अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत हर महीने की 9 तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं की सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में निशुल्क जांच की जाएगी।
मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार. आज सुबह-सुबह मुझे दिल्ली के नौजवानों के साथ कुछ पल बिताने का अवसर मिला।
मैं मानता हूं कि आने वाले दिनों में पूरे देश में खेल का रंग हर नौजवान को उत्साह-उमंग के रंग से रंग देगा।
हमारी आशा-अपेक्षाएं तो बहुत होती हैं, लेकिन रियो में जो खेलने के लिये गए हैं, उनका हौसला बुलंद करने का काम भी देशवासियों का है।
हम भी आने वाले दिनों में, जहां भी हों, हमारे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के लिये कुछ-न-कुछ करें।
यहां तक जो खिलाड़ी पहुंचता है, वो बड़ी कड़ी मेहनत के बाद पहुंचता है। एक प्रकार की कठोर तपस्या करता है।
हम सभी देशवासी रियो ओलंपिक के लिए गए हुए हमारे सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दें।
आप मुझे ‘NarendraModi App’ पर खिलाड़ियों के नाम शुभकामनाएं भेजिए, मैं आपकी शुभकामनाएं उन तक पहुंचाऊंगा। गत सप्ताह अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर देश और दुनिया ने श्रद्धांजलि दी।
अब्दुल कलाम जी का नाम आता है तो साइंस, टेक्नोलॉजी, मिसाइल- भावी भारत के सामर्थ्य का चित्र हमारी आंखों के सामने अंकित हो जाता है।
अगर रिसर्च और इनोवेशन नहीं होंगे, तो जैसे ठहरा हुआ पानी गंदगी फैलाता है, टेक्नोलॉजी भी बोझ बन जाती है।
एंटीबायोटिक की जो दवाइयां बिकती हैं, उसका जो पत्ता रहता है, उसके ऊपर लाल लकीर से आपको सचेत किया जाता है, आप उस पर जरूर ध्यान दीजिए।
मैं आग्रह करता हूँ कि डॉक्टर ने जितने दिन लेने के लिये कहा है, कोर्स पूरा कीजिए,आधा-अधूरा छोड़ दिया, तो जीवाणु के फायदे में जाएगा।
सरकार ने ‘प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व’ अभियान शुरू किया है।
इस अभियान के तहत हर महीने की 9 तारीख को सभी गर्भवती महिलाओं की सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में निशुल्क जांच की जाएगी।