दुबई – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचते ही पूरा दुबई क्रिकेट स्टेडियम मोदी- मोदी के नारों से गूंज उठा। अपने चिर-परिचित अंदाज में मोदी ने भारत माता की जय के साथ अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि भारत के कोने-कोने से यहां आजीविका के लिए आए देशवासियों का मैं नमन करता हूं। लोग यहां 10-10,15-15 सालों से रह रहे हैं वे रोजी रोटी कमाने के साथ अपने देश का गौरव भी बढ़ा रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हर दिन यहां 600 फ्लाइट आती-जाती हैं, लेकिन भारत के पीएम को यहां आने में 34 साल लग गए। कभी-कभी मुझे लगता है कि ऐसे बहुत से अच्छे काम हैं, जो मेरे पूर्व के लोग छोड़कर गए। इसलिए मुझे यह अच्छे काम करने का मौका मिला। मेरा दुबई आना भी उन अच्छे कामों में से एक है।
मोदी ने यूएई में रह रहे भारतीयों को देश का गौरव बताया। उन्होंने कहा कि दुबई में बैठे हिंदुस्तानी भारत में बारिश आने पर छाता खोल देता है। मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जब पीएम थे और उन्होंने न्यूक्लियर टेस्ट किए थे तो भारत पर तमाम तरह के बैन लगा दिए गए थे। तब वाजपेयी जी ने दुनिया भर में फैले भारतीयों से उन्होंने देश की मदद के लिए आह्वान किया था। आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि वाजपेयी जी के कहने पर भारत की तिजोरी भरने में खाड़ी देशों में मजदूरी करने वालों ने अहम भूमिका अदा की।
पीएम ने कहा कि यह प्यार और यह सम्मान किसी व्यक्ति को नहीं है, बल्कि यह 125 करोड़ भारतीयों और भारत की बदली हुई तस्वीर का सम्मान है। भारत जिस तरह दुनिया में अपनी जगह बना रहा है, उसका सम्मान है। उन्होंने कहा कि दुबई में बसे भारतवासियों के प्यार को कभी भूल नहीं पाऊंगा। यूएई के प्रिंस के स्वागत को भी भूलना मुश्किल है।
आतंकवाद को लेकर परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का समय आ चुका है। आपको फैसला करना है आप आतंकवाद के साथ हैं या मानवता के साथ। उन्होंने कहा कि गुड तालिबान और बैड तालिबान नहीं चलेगा। मोदी ने कहा कि हम 40 साल से आतंकवाद के शिकार हैं। अब समय आ गया है कि मानवतावाद के समर्थक आगे आएं और आतंकवाद का मिलकर मुकाबला करें।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुबई में अमीरात पैलेस में शेख मुहम्मद बिन जायद से मिले। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय मुद्दे पर बात की। इस दौरान भारत और यूएई के बीच निवेश व आतंकवाद जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा हुई।
यूएई की यात्रा के दूसरे दिन पीएम मोदी मसदर की हाईटैक सिटी देखने पहुंचे। यहां पर उन्होंने न सिर्फ नेक्स्ट जनरेशन की टाउन प्लानिंग के बारे में जानकारी हासिल की बल्कि यहां मौजूद तकनीक की भी जानकारी ली। यहां तकनीक के सफल इस्तेमाल करने से खुश हुए मोदी ने विजिटर्स बुक में “Science of Life” लिखा । यहां पर अपने अनुभवों को बांटते हुए उन्होंने कहा कि वह अब तक बीआरटी के बारे में ही सुनते आए थे, लेकिन पीआरटी (प्राइवेट रेपिड ट्रांजिट) के बारे में उन्होंने यहां पर आकर ही जाना है।
इससे पहले, मोदी रविवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दो दिवसीय दौरे पर अबूधाबी पहुंचे। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस देश के साथ मोदी व्यापार और आतंकवाद का मुकाबला जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा करेंगे। साथ ही भारत को निवेश के एक आकर्षक ठिकाने के रूप में पेश करना चाहेंगे। मोदी ने यूएई को भारत का शीर्ष व्यापारिक साझीदार बनाने की इच्छा जाहिर की है। अभी चीन व अमेरिका के बाद यूएई तीसरा बड़ा व्यापारिक साझीदार है।
मोदी ने यहां पहुंचने के बाद ट्वीट किया, ‘मैं इस यात्रा को लेकर काफी आशावादी हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस यात्रा के फलस्वरूप भारत और यूएई के रिश्तों को बल मिलेगा।’ उन्होंने अरबी में भी ट्वीट किया। पिछले 34 वर्षो में यूएई के दौरे पर जानेवाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी प्रोटोकॉल को दरकिनार करते हुए अबूधाबी के प्रिंस शेख मुहम्मद बिन जायद अल नाह्यान और उनके पांच भाइयों ने की। बाद में मोदी ने ट्वीट कर प्रिंस शेख मुहम्मद की सराहना की। मोदी से पहले 1981 में इंदिरा गांधी यूएई आई थीं। यूएई में 26 लाख भारतीय हैं। इनमें बड़ी संख्या बिहार के मुसलमानों की है।
पीएम मोदी यहां के मशहूर शेख जायद मस्जिद देखने गए। 1.8 लाख वर्ग फीट में फैली इस मस्जिद को सऊदी अरब के मक्का-मदीना के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद बताया गया है। इसका नामकरण यूएई के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति मरहूम शेख जायद बिन सुल्तान अल नाह्यान के नाम पर किया गया है। इसमें 40 हजार लोग एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं। मोदी ने वहां की आगंतुक पुस्तिका में लिखा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि यह मस्जिद शांति, दया और भाईचारे का प्रतीक बनेगी।’
मोदी की सेल्फी कूटनीति जारी : शेख परिवार के साथ मस्जिद का भ्रमण करते हुए उन्होंने उनके साथ मुस्कराते हुए सेल्फी ली। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट में कहा है कि भावी पीढिय़ों के लिए यादगार क्षणों को रिकार्ड किया गया।
मोदी ने मजदूरों के उस आवासीय शिविर का भी दौरा किया, जहां करीब 28 हजार भारतीय रहते हैं। मोदी ने यहां उनसे बातचीत के अलावा उनके साथ फोटो भी खिंचाई।
अबूधाबी निवेश प्राधिकरण (एडीआइए) के महानिदेशक हामिद बिन जायद अल नाह्यान ने मोदी के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया। प्रधानमंत्री मोदी का विशेष शाकाहारी व्यंजन बनाने के लिए मशहूर भारतीय सेफ संजीव कपूर को बुलाया गया था। एडीआइए 800 अरब डॉलर का स्वतंत्र कोष है और भारत ढांचागत क्षेत्रों में इससे निवेश चाहता है।