प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व पीएम राजीव गांधी द्वारा INS विराट का ‘अपनी टैक्सी’ के रूप में इस्तेमाल करने वाले बयान पर सियासी बवाल मचा हुआ है।
इस बीच, पूर्व नेवी चीफ ने आगे आकर पीएम मोदी के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। पूर्व चीफ ऑफ नेवल स्टाफ ऐडमिरल एल. रामदास (रिटायर्ड) ने बाकायदा बयान जारी कर बिंदुवार तरीके से उस दौरे का जिक्र किया है, जिसके बारे में परिवार के साथ पूर्व पीएम के छुट्टियां मनाने की बात की जा रही है।
उन्होंने साफ कहा है कि पीएम और उनकी पत्नी के साथ उस आधिकारिक दौरे पर कोई भी विदेशी नहीं था। खास बात यह है कि बयान INS विराट से जुड़े नौसेना के कई अन्य वरिष्ठ अफसरों के इनपुट के आधार पर जारी किया गया है।
ऐडमिरल रामदास ने बयान में कहा है, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल (बुधवार को) दिल्ली के रामलीला मैदान पर एक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लक्षद्वीप आइलैंड्स पर भारतीय नौसेना के जहाज विराट का इस्तेमाल 10 दिनों तक अपने पर्सनल क्रूज के तौर पर किया था और राजीव के साथ उनके परिवार और पत्नी सोनिया गांधी के परिवार के लोग मौजूद थे। संभव है कि उनका बयान इंडिया टुडे की अनीता प्रताप की रिपोर्ट पर आधारित हो।’
ऐडमिरल ने आगे बिंदुवार तरीके से स्पष्ट करते हुए कहा कि वास्तव में मामला यह नहीं था। 32 साल पहले जो कुछ हुआ था, उसका क्रम इस प्रकार है और हम उस समय मौजूद थे।
ऐडमिरल ने बताया कि वह वाइस ऐडमिरल पसरीचा- तत्कालीन कैप्टन और कमांडिंग ऑफिसर INS विराट, ऐडमिरल अरुण प्रकाश- कमांडिंग INS विंध्यगिरी, जो INS विराट के साथ चल रहा था और वाइस ऐडमिरल मदनजीत सिंह- INS गंगा के कमांडिंग ऑफिसर की लिखित प्रतिक्रियाओं के आधार पर यह जानकारी दे रहे हैं।
उन्होंने उस समय लक्षद्वीप आइलैंड्स के नेवल ऑफिसर इन चार्ज के नोट से भी इनपुट लिया है। ऐडमिरल ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर ये बयान उपलब्ध हैं।
ऐडमिरल ने बताया उस दौरान क्या-क्या हुआ
1. प्रधानमंत्री और मिसेज गांधी त्रिवेंद्रम से लक्षद्वीप जाने के लिए INS विराट पर सवार हुए थे। प्रधानमंत्री त्रिवेंद्रम में नैशनल गेम्स प्राइज डिस्ट्रिब्यूशन के लिए चीफ गेस्ट थे। वह ऑफिशल ड्यूटी पर लक्षद्वीप जा रहे थे और वहां उन्हें IDA (आइलैंड्स डिवेलपमेंट अथॉरिटी) की बैठक की अध्यक्षता करनी थी। यह बैठक लक्षद्वीप और अंडमान में बारी-बारी से होती है।
2. उनके साथ कोई भी विदेशी नहीं था। मैं (रिटायर्ड ऐडमिरल) बतौर फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिण नौसेना कमान (कोच्चि) भी INS विराट पर सवार हुआ। फ्लीट अभ्यास के तहत INS विराट के साथ चार और जहाज भी थे। बतौर फ्लैग ऑफिसर मैंने INS विराट पर उनके लिए डिनर रखा था। इसके अलावा विराट पर या उस समय किसी दूसरी शिप पर अन्य कोई भी पार्टी नहीं हुई थी।
3. निश्चित तौर पर हेलिकॉप्टर से वह शॉर्ट ट्रिप्स पर आइलैंड्स भी गए थे, जहां वह स्थानीय अधिकारियों और लोगों से मिले थे। (आधिकारिक रूप से प्रधानमंत्री सर्विस एयरक्राफ्ट से अपनी पत्नी के साथ यात्रा कर सकते हैं।) मैं जानता हूं कि केवल राजीव और सोनिया हेलिकॉप्टर से किनारे पर गए थे और राहुल कभी उनके साथ नहीं गए।
4. आखिरी दिन बंगाराम पर उनकी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए नेवी के कुछ गोताखोरों को भी भेजा गया था।
5. ये मीटिंग्स और कार्यक्रम दिसंबर 1987 में हुए थे। वेस्टर्न फ्लीट ने सालाना अभ्यास कार्यक्रम में काफी पहले ही विमानवाहक पोत के साथ अरब सागर में अभ्यास की योजना बनाई थी। यह अधिकारियों और दूसरे लोगों के लिए अपने पीएम से संवाद करने का भी मौका था। उन्होंने संबोधित किया था और नेवल कस्टम के तहत ‘बड़ा खाना’ भी हुआ।
6. मैंने उसी रात प्रधानमंत्री के लिए डिनर रखा था और इसकी पुष्टि के लिए एक तस्वीर भी है।
7. कोई भी जहाज गांधी परिवार के निजी इस्तेमाल के लिए डायवर्ट नहीं किया गया था।
8. केवल एक छोटा हेलिकॉप्टर पीएम और उनकी पत्नी की इमर्जेंसी मेडिकल जरूरतों को पूरा करने के लिए कावारत्ती गया था।
ऐडमिरल ने कहा है कि उनके द्वारा यह बयान सहकर्मियों- ऐडमिरल अरुण प्रकाश, वाइस ऐडमिरल विनोद पसरीचा और वाइस ऐडमिरल मदनजीत सिंह की ईमेल प्रतिक्रियाओं को शामिल करने के बाद जारी किया गया है।
@एजेंसी