नई दिल्ली- शिक्षक दिवस से एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के मानेकशा ऑडीटोरियम में अलग-अलग स्कूलों के करीब 800 छात्रों और 60 अध्यापकों को संबोधित किया। मोदी ने कहा कि जीवन में मां और गुरु दोनों का बराबर महत्व है। उन्होंने कहा कि मां एक शिशु को जन्म देती है जबकि शिक्षक उस बालक को जीवन देता है।
उन्होंने कहा कि एक शिक्षक कभी रिटायर नहीं होता, वो हमेशा खुद पढ़ा हुआ ज्ञान दूसरों को देने में लगा रहता है। मोदी ने कहा कि कल कृष्ण के साथ ही राधाकृष्ण का जन्मदिन है। विधार्थी और शिक्षक की जोड़ी जीवन जीने की कला सिखाती है।
ऑडीटोरियम के बाहर भी बच्चे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उनसे जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय देश के कोने-कोने से छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब दे रहे हैं। इस कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो पर हो रहा है। टेलीविजन और रेडियो पर ज्यादा से ज्यादा बच्चों के प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखने के लिए स्कूलों में रेडियो और टेलीविजन की व्यवस्था की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्र-छात्राओं से कहा कि वे अपनी रूचि के अनुसार विषय चुनें, कोई क्या कहता है इसकी परवाह ना करें, बल्कि अपने सपनों को उड़ान दें। बच्चे पीएम से राजनीति, देशसेवा, स्वच्छ भारत आदि विषयों से संबंधित सवाल पूछ रहे हैं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में 125 रुपये का स्मरणीय सिक्का और बाजार में चलन के लिए दस रुपये का सिक्का जारी किया। पिछले वर्ष भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिक्षक दिवस के मौके पर बच्चों से रूबरू हुए थे।
‘शिक्षक दिवस की पूर्वसंध्या पर छात्रों के साथ रूबरू होने को लेकर काफी उत्साहित हूं। यह मेरे दिल के बेहद करीब है। बच्चों से मिलकर मैं सारी उलझनें भूल जाता हूं। उनकी जिज्ञासा और उत्साह हमेशा मुझे खुशी देती है। नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, अपने ट्वीट में
वहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दिल्ली के एक स्कूल में 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाएंगे। भारतीय राजनीति के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब भारत का कोई राष्ट्रपति बच्चों को पढ़ाएगा। राजनीति में आने से पहले प्रणब मुखर्जी एक कॉलेज में अध्यापन के साथ पत्रकार के रूप में भी काम कर चुके हैं।
प्रणब राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थित डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय में 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों को एक साथ पढ़ाएंगे। एक सहयोगी ने बताया कि राष्ट्रपति बच्चों को ‘राजनीतिक इतिहास’ के बारे में पढ़ाएंगे, क्योंकि उन्होंने इसे काफी नजदीक से देखा है। एजेंसी