नोटबंदी पर पीएम मोदी पर बढ़ते हमले के बीच संघ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में खड़ा हो गया है और नोटबंदी को देश की अर्थव्यवस्था के लिए सही कदम करार दिया है। आरएसएस ने कहा है कि नोटबंदी का फायदा देश को तुरंत पता नहीं चलेगा। बल्कि इसका असली फायदा लंबे समय में पता चलेगा।
हालांकि संघ के कुछ बड़े पदाधिकारियों ने पहले नोटबंदी को देश के लिए नुकसानदेह बताया था और कहा था कि इससे व्यापारियों को नुकसान पहुंचा है। आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा, ‘पहले देश मानो सदमे में था, लेकिन लोग अब इससे बाहर आ रहे हैं और ये महसूस कर रहे हैं कि नोटबंदी का फैसला देश के लिए लंबे समय में लाभदायक साबित होगा।’
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार (31 अगस्त) को नोटबंदी को सबसे बड़ा घोटाला बताया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने कहा कि उच्च मूल्य के नोटों को बंद करने के फैसले को लेकर मोदी ने बार-बार गलत बयान दिए।
एक संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कालेधन को लेकर झूठी टिप्पणी की, जिसका खुलासा बीते साल 8 नवंबर को 500 व 1000 रुपये के नोटों की नोटबंदी बाद हुआ है। शर्मा ने कहा नोटबंदी से जीडीपी को 2.25 लाख करोड़ रुपये को नुकसान हुआ और इसके लिए प्रधानमंत्री सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।
वृन्दावन में संघ की हुई समन्वय बैठक में RSS ने जीएसटी और नोटबंदी पर सरकार का समर्थन किया। हालांकि, संघ ने माना कि जीएसटी से छोटे व्यापारियों को नुकसान हुआ है और सरकार को इनकी चिंता पर ध्यान देने की जरूरत है। हाल ही में जब केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के लिए देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का आंकड़ा जारी किया तो ये सबके लिए निराश कर देने वाली खबर थी।
इन आंकड़ों के मुताबिक जीडीपी घटकर 5.7 प्रतिशत पहुंच गया था, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 6.1 प्रतिशत था। राजग सरकार के तीन साल के कार्यकाल के दौरान यह अब तक सबसे निचला स्तर है। कई अर्थशास्त्री जीडीपी में गिरावट के लिए नोटबंदी और जीएसटी को जिम्मेदार मान रहे थे। इन आंकड़ों के सामने आने के बाद पीएम मोदी पर नोटबंदी लागू करने के लिए हमला बढ़ गया था।