नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की शुरुआत देश में भीषण गर्मी और सूखे से की। पीएम ने कहा कि भीषण गर्मी ने चारों तरफ हाहाकार मचाया है। कई राज्य जलसंकट से जूझ रहे हैं। सूखे से निपटने के लिए सरकारें अपना प्रयास करें वो ठीक है लेकिन मैंने देखा है कि नागरिक भी कई सारे प्रयास करते हैं हमें इसी तरह के अच्छे प्रयासों की जरूरत है।
इस दौरान पीएम ने अहमदनगर के किसानों की तारीफ करते हुए कहा कि जहां पानी की समस्या होती है वहां किसानों ने खेती के लिए विभिन्न तरीके अपनाए जिससे कम पानी में फसल पैदा हो सके। उन्होंने मध्य प्रदेश के देवास के एक गांव का भी जिक्र किया जहां ग्रामीणों ने अपनी कोशिशों के दम पर छोटे तालाब बनाए और पानी की बचत की जिससे ना सिर्फ गांव में जलसंकट कम हुआ बल्कि खेती भी अच्छी होने लगी।
मानसून को लेकर उन्होंने कहा कि इस बार राहत भरी खबर है कि इस बार मानसून काफी अच्छा होगा।लेकिन यह खबर हमारे लिए चुनौती भी है कि हम किस तरह इसका फायदा लेकर बेहतर फसल पैदा करें साथ ही हमें पानी बचाने की कोशिशें करनी चाहिए। हम भूजल स्तर बढ़ाने की कोशिश करें साथ ही इसके संचय के उपायों पर भी ध्यान दें।
इस दौरान पीएम ने गंगा सफाई का जिक्र भी किया और कहा कि सरकार ने गंगा में प्रदूषण को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं। जहां लोकल बॉडीज को स्टीमर दिए गए हैं ताकि गंगा में बहते कचरे को साफ किया जा सके वहीं औद्योगिक कचरे से निपटने के लिए काम जारी है। गगां से हमें रोजी-रोटी है, गंगा अभियान के प्रति लोगी की आस्था इसमें मददगार होगी। आज गंगा को करोंड़ो भागीरथों की जरूरत है।
24 अप्रैल को भारत में ‘पंचायती राज दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन पंचायती राज व्यवस्था का आरम्भ हुआ। इसकी मदद से ग्रामीण भारत में लोकतांत्रिक मूल्यों को पहुंचाने में मदद मिली। 14 अप्रैल बाबा साहब आंबेडकर की 125वीं जयंती मना रहे थे और आज 24 अप्रैल, ‘पंचायती राज दिवस’ मना रहे हैं। भारत सरकार ने राज्य सरकारों के सहयोग के साथ 14 से 24 अप्रैल, 10 दिन ‘ग्रामोदय से भारतोदय’ अभियान चलाया। मैं झारखण्ड में, जहां अधिकतम आदिवासी भाई-बहन रहते हैं, उस प्रदेश में जा करके ‘पंचायती राज दिवस’ मनाने वाला हूं।
स्कूली शिक्षा को लेकर महाराष्ट्र की एक महिला के फोन का जवाब देते हुए पीएम ने कहा कि देश में स्कूल में एडमिशन को लेकर काफी काम हो चुका है लेकिन अब बेहतर शिक्षा पर बात होनी चाहिए। मैं पेरेंट्स से कहूंगा कि वो अपने बच्चों से स्कूल में होने वाली चीजों के बारे में पूछें, यह भी उन्हें क्वालिटी एजुकेशन देने में मदद कर सकता है। अब हमें अपना फोकस स्कूलिंग की बजाय लर्निंग पर रखना होगा। इसके अलावा स्किल डेवलपमेंट भी महत्वपूर्ण है। तकनीक इस मामले में बड़ी भूमिका निभा सकती है।
इस दौरान उन्होंने देशभर में 1 करोड़ लोगों द्वारा एलपीजी सब्सिडी छोड़ने के लिए जनता का धन्यवाद किया। वहीं उन्होंने कहा कि डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम हमेशा ये बात कहते थे कि अख़बार के पहले पन्ने पर सिर्फ़ पॉजिटिव खबरें छापिए। आज कुछ अखबार यह काम कर रहे हैं। पीएम ने सिंहस्थ का जिक्र करते हुए कहा कि कुंभ मेला,कुंभ मेला पर्यटन के आकर्षण का भी केंद्र बन सकता है।