नई दिल्ली– उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों की सफलता से गदगद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में रोड शो करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नया भारत उभर रहा है और वह विकास का पक्षधर है। उन्होंने जनता से कहा कि वह नए भारत के निमार्ण का संकल्प लें और नरेंद्र मोदी मोबाइल एप पर अपनी प्रतिबद्धता जताए।
संसदीय दल की बैठक से पहले दिल्ली की सड़कों पर भाजपा विजय जुलूस निकालेगी। इस रोड शो में पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शामिल होंगे। रोड शो में भाजपा कार्यकर्ता फुलों के साथ पीएम मोदी का स्वागत करेंगे। इसके लिए आज सुबह अमित शाह के आवास पर बीजेपी के नेताओं की एक बैठक हुई। यह रोड शो ली मेरिडियन होटल से भाजपा मुख्यालय तक होगा।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की शीर्ष ईकाई संसदीय बोर्ड की बैठक आज होगी। इस बैठक में यूपी और उत्तराखंड के सीएम का नाम तय किया जाएगा। पहले यह बैठक शनिवार को होने वाली थी, लेकिन यूपी-उत्तराखंड सहित पांच राज्यों के नतीजों के बाद पार्टी ने तय किया कि रविवार को पार्टी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया जाएगा और उसके बाद संसदीय बोर्ड की बैठक होगी।
बीजेपी पार्टी के सूत्रों ने बताया है कि मीटिंग से पहले दिल्ली के ली मेडिरियन होटल के करीब आज मोदी अपना काफिला छोड़कर पार्टी कार्यालय की तरफ आएंगे। इस दौरान उनको रोड के दोनों ओर पार्टी कार्यकर्ता चीयर करेंगे।
शनिवार को घोषित पांच राज्यों के चुनाव परिणामों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड पूरी तरह भगवा रंग में रंग गया। यूपी में भाजपा ने 311 और उत्तराखंड में 57 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया। दोनों ही प्रदेशों में भाजपा ने पहली बार इतनी सीटों पर जीत हासिल की। इस जीत के बाद से गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, दिनेश शर्मा, यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और योगी आदित्यनाथ सीएम पद की रेस में है। हालांकि अंतिम फैसला बीजेपी संसदीय की बैठक में होगा।
उत्तर प्रदेश में दलों के दावे और एग्जिट पोल एक बार फिर ध्वस्त हो गए। 1991 में मंदिर आंदोलन के वक्त बीजेपी को यूपी में 419 में से 221 सीटें मिली थीं। जबकि कांग्रेस महज 46 सीटों पर सिमट गई थी। जानकारों का मानना है कि इस ऐतिहासिक जीत ने जहां मोदी सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी के फैसले पर जनता की मुहर लगा दी है वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव की नींव भी रख दी है। पीएम मोदी की प्रतिष्ठा से जुड़ा उनका लोकसभा क्षेत्र काशी भी पूरी तरह केसरिया रंग में रंग गया। यहां सभी आठों सीट पर भाजपा ने परचम लहराया। आजादी के बाद पहली बार किसी पार्टी के गठबंधन ने यहां सभी सीटें जीती हैं।
कांग्रेस ने 27 साल के वनवास से उबरने के लिए प्रदेश में तीसरी बार किसी दल से गठबंधन किया था। मगर वह सिर्फ 7 सीटों पर सिमट गई। वहीं, सपा अपने गढ़ को खोने के कगार पर पहुंच गई है। पूर्वांचल के दस जिलों की 61 सीटों में सपा को सिर्फ 12 और बसपा को 7 सीटें मिली हैं। यहां कांग्रेस का पूरी तरह सफाया हो गया। फिरोजाबाद, मैनपुरी और एटा की 13 सीटों में सपा सिर्फ 4 और बसपा 1 सीट हासिल कर सकी। वेस्ट यूपी में रालोद का भी सूपड़ा साफ हो गया। उसे केवल छपरौली की सीट जीत मिली।
उत्तराखंड में भी भाजपा ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया। भाजपा ने पहली बार यहां 57 सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस सिर्फ 11 सीटें हासिल कर सकी। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 31 जबकि कांग्रेस ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
चुनाव परिणामों के लिहाज से पंजाब कांग्रेस के लिए शानदार रहा। भाजपा से कांग्रेस में आए नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम पद के दावेदार अमरिंदर सिंह की जोड़ी ने सभी को पीछे छोड़ दिया। चुनाव परिणाम से पहले मजबूत दिख रही ‘आप’ 20 सीटों से ऊपर नहीं जा सकी। अकाली और भाजपा गठबंधन को भी जनता ने सिरे से नकार दिया।
मोदी ने ट्वीट किया कि एक नया भारत उभर रहा है, जिसके पास 125 करोड़ भारतीयों की ताकत और क्षमता है। यह भारत विकास का पक्षधर है। उन्होंने आगे लिखा, वर्ष 2022 में जब हम आजादी के 75 वर्ष पूरे करेंगे तब तक हमें ऐसा भारत बना लेना चाहिए जिस पर गांधी जी, सरदार पटेल और डॉ बाबा साहेब आंबेडकर को गर्व हो।
इसके एक ही दिन पहले उत्तर प्रदेश चुनाव परिणामों में भाजपा को तीन चौथाई बहुमत मिला। इसने सपा-कांग्रेस गठबंधन और बसपा को पूरी तरह से रौंद दिया। उत्तराखंड में भी भाजपा 70 सीटों में से 56 सीटें हासिल कर सत्ता में आ गई है। यहां कांग्रेस महज 11 सीटों पर सिमट कर रह गई। [एजेंसी]