पीएमओ ने एक बयान में बताया कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने बाढ़ के पूर्वानुमान के लिए एक स्थायी प्रणाली के लिए सभी केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय पर जोर दिया। पीएम ने बाढ़ के पूर्वानुमान और चेतावनी प्रणाली में सुधार के लिए नवीन तकनीकों के व्यापक उपयोग पर जोर दिया।
नई दिल्लीः देश के कई राज्य इस समय बाढ़ के संकट से जूझ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक ऑनलाइन बैठक की। इस बैठक में उन्होंने पूर्वानुमान और चेतावनी प्रणाली में सुधार के लिए नवीन प्रौद्योगिकियों के व्यापक उपयोग पर जोर दिया।
Delhi: Prime Minister Narendra Modi held a meeting today through video conference with Chief Ministers of Assam, Bihar, Uttar Pradesh, Maharashtra, Karnataka and Kerala to review their preparedness to deal with south-west monsoon and current flood situation in the country. pic.twitter.com/1aBl7xw8ux
— ANI (@ANI) August 10, 2020
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून और बाढ़ की वर्तमान स्थिति से निपटने के वास्ते तैयारियों की समीक्षा के लिए असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल बैठक में शामिल हुए। बैठक में बाढ़ के संकट को रोकने के लिए विस्तार से चर्चा की गई।
पीएमओ ने एक बयान में बताया कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने बाढ़ के पूर्वानुमान के लिए एक स्थायी प्रणाली के लिए सभी केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय पर जोर दिया। पीएम ने बाढ़ के पूर्वानुमान और चेतावनी प्रणाली में सुधार के लिए नवीन तकनीकों के व्यापक उपयोग पर जोर दिया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक में बाढ़ प्रबंधन में नेपाल से असहयोग का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस मामले में केंद्र से दखल देने की मांग की। बता दें कि बिहार में बाढ़ से अब तक 16 जिलों में 74 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है। यहां बाढ़ से अब तक कुल 23 लोगों की मौत चुकी है।