लखनऊ- नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली बड़ी सभा आज लखनऊ में है। प्रधानमंत्री मोदी के मंच पर पहुंचते ही लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। कार्यक्रम स्थल पर सुबह से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गई। भीड़ ने हर-हर मोदी और जय श्रीराम के नारे लगाए। राजनाथ सिंह ने केशव मौर्य को 192 दिनों तक परिवर्तन यात्राएं चलाने पर बधाई दी।
मैं कई वर्षों से राजनीति में हूं। भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर संगठन का कार्य मिला। मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला। प्रधानसेवक के रूप में आपकी सेवा करने का अवसर मिला लेकिन इतने सालों में इतनी बड़ी रैली का संबोधन का अवसर अब तक नहीं मिला। मैं जब लोकसभा इलेक्शन में तब भी ऐसा दृश्य देखने को नहीं मिला।
ये बोले राजनाथ
-यहां वैसा विकास नहीं हुआ जैसा होना चाहिए था।
-भ्रष्टाचार के साथ कानून के हाल बदतर हो गए हैं। किसानों को धान और गेहूं औने-पौने दामों पर बेचना पड़ रहा है।
-राजनाथ सिंह ने यूपी के गरीबों किसानों की चिंता कर उनके लिए योजनाएं देने के लिए धन्यवाद दिया।
– प्रदेश में पुलिस भर्ती में इंटरव्यू के नाम पर जबरदस्त धांधली हुई, भाजपा की सरकार आएगी तो इंटरव्यू खत्म कर दिया जाएगा।
-सत्ता नहीं व्यवस्था का परिवर्तन चाहते हैं
-सपा, बसपा, कांग्रेस सभी गठबंधन की जुगाड़ में लगे हैं। सपा में तो दंगल लगा है यूपी की जनता को दंगल नहीं चाहिए।
-275 सीटों से विजयी बनाकर विकास का मार्ग प्रशस्त करें।
रैली की शुरुआत में स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा और सपा को ललकारा वहीं अनुप्रिया पटेल ने भी भाषण में यूपी में सुशासन लाने की बात कही। इसी बीच अमित शाह भी मंच पर पहुंच गए। अमित शाह ने कहा, इतनी भीड़ को देखकर लोग पूछ रहे हैं दूसरा नंबर किसका आने वाला है।
ये बोले अमित शाह
-परिवर्तन यात्रा ने जन-जन तक प्रचार किया
-युवाओं को यूपी में रोजगार नहीं मिल पा रहा
-हम उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाएंगे
-बीजेपी शासित राज्यों में 24 घंटे बिजली मिल रही है
-देश के 10 प्रदेशों में बीजेपी सरकार है
-सपा-बसपा ने प्रदेश को तबाह करके रख दिया
-सबसे तेज-तर्रार युवा यूपी का है
-युवाओं को यूपी में रोजगार नहीं मिल रहा
-आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे में भ्रष्टाचार हुआ
-इससे लंबे हाईवे मोदी जी ने उत्तराखंड में बनवाए हैं और इसकी लागत आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से कम है
-मोदी सरकार पर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा।
-मोदी जी की लोकप्रियता न बढ़ जाए इसलिए यूपी सरकार योजनाए यहां आने नहीं दे रही।
-मोदीजी यूपी वाले हैं।
चुनावी कामयाबी का देंगे संदेश
भाजपा ने जिस तरह रैली में प्रदेश भर से अपने हर बूथ के कार्यकर्ता को लाने की रणनीति बनाई है, उससे साफ है कि मोदी विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाले इन कार्यकर्ताओं को चुनावी कामयाबी का संदेश भी देंगे।
वह अपनी सरकार के कामकाज और विपक्ष की नाकामियों को आमजन तक पहुंचाने का तरीका भी बता सकते हैं। यह रैली चुनाव की घोषणा के पहले भाजपा की राजधानी में सबसे बड़ी व आखिरी रैली साबित हो सकती है।
भाजपा ने रैली स्थल को अपने कार्यकर्ताओं से भरने के लिए जोरदार तैयारी की है। प्रधानमंत्री जनसभा को संबोधित करने के लिए करीब दो बजे मंच पर पहुंचेंगे। वे करीब सवा घंटे से अधिक मंच पर मौजूद रहेंगे।
पहले यह रैली सूबे में निकाली गई चार परिवर्तन यात्राओं के समापन पर 24 दिसंबर को होनी थी। लेकिन, इसमें बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को बुलाने की योजना बनने पर उस दौरान संगठन की अन्य गतिविधियों में कार्यकर्ताओं की व्यस्तता की वजह से यह रैली टाल दी गई। वही रैली अब हो रही है। बता दें कि परिवर्तन यात्राओं की शुरुआत 5 नवंबर को सहारनपुर से हुई थी।
हर बूथ से पहुंचे कार्यकर्ता
भाजपा ने रैली में हर बूथ से अपने कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की रणनीति बनाई है। सूबे में उसकी करीब सवा लाख बूथ इकाइयां सक्रिय हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने बताया कि रैली में कार्यकर्ताओं को फोकस में रखा गया है।
प्रयास है कि हर बूथ के कार्यकर्ता और पूरी बूथ समिति की भागीदारी हो। कम से कम दो कार्यकर्ता हर बूथ से आएं हैं। पार्टी ने इन कार्यकर्ताओं को क्षेत्रवार अलग-अलग रंग में प्रवेशिका देने की व्यवस्था की है।
प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य रैली की तैयारियों पर खुद नजर रख रहे हैं। मौर्य ने बताया कि प्रधानमंत्री की रैली ऐतिहासिक होगी। यहीं से परिवर्तन का बिगुल बजेगा।
रक्षा मंत्री मनोहर परिकर और रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के आने को लेकर दुविधा जताई जा रही है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह, एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र, जल संसाधन मंत्री उमा भारती, कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार, जल संसाधन राज्यमंत्री संजीव बालियान, खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री निरंजन ज्योति आदि की उपस्थिति तय मानी जा रही है। [एजेंसी]