देहरादून : उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के दर्शनों के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। शिलान्यास के बाद पीएम मोदी ने कहा कि वो अपना जीवन बाबा केदारनाथ के चरणों में गुजारना चाहते थे, लेकिन बाबा की शायद कुछ और ही इच्छा थी। उन्होंने कहा कि मेरे लिए सवा सौ करोड़ देशवासियों की सेवा ही बाबा केदारनाथ की सेवा है। दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के केदारनाथ धाम जाकर बाब केदारनाथ की पूजा की। केदारनाथ धाम के गर्भग्रह में करीब आधे घंटे तक प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना और बाबा केदारनाथ का रूद्राभिषेक किया। पूजा करने के बाद पीएम मोदी ने बाबा केदारनाथ की परिक्रमा की। पीएम मोदी ने उस भीम शिला के दर्शन किए, जिसने केदारनाथ धाम को जल-प्रलय से बचाया था।
अपने संबोधन में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस समय केदारनाथ-बद्रीनाथ में जल प्रलय आई तो मैं गुजरात का सीएम था। मैंने उस समय की कांग्रेस की राज्य सरकार से कहा था कि केदारनाथ के पुनर्निमाण में गुजरात सरकार सहयोग करना चाहती है। राज्य सरकार ने उस वक्त तो मदद के लिए स्वीकृति दे दी, लेकिन जैसे ही ये खबर दिल्ली की कांग्रेस सरकार को पहुंची, वो परेशान हो गई। तुरंत राज्य सरकार ने बयान दिया कि उन्हें गुजरात सरकार की मदद की जरूरत नहीं है, लेकिन देखिए मुझे स्वयं बाबा केदारनाथ ने अपनी शरण में बुला लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार केदारनाथ धाम में पुजारियों के लिए बेहतर आवास मुहैया कराएगी। विकास परियोजनाओं के तहत केदारनाथ धाम तक आने वाली सड़कों को चौड़ा किया जाएगा। उत्तराखंड में एक कहावत है कि पहाड़ की जवानी और पहाड़ का पानी, पहाड़ों के ही काम नहीं आते। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार इस कहावत को बदलने की दिशा में काम कर रही है।