कर्नाटक में आज चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ऐसा कह गए कि लोगों ने उनका मजाक उड़ाना शुरु कर दिया।
दरअसल आज कर्नाटक में रैली के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ‘कर्नाटक बहादुरी का पर्याय माना जाता है, लेकिन कांग्रेस सरकार ने फील्ड मार्शल करियप्पा और जनरल थिमय्या के साथ कैसा बर्ताव किया? इतिहास इस बात का सबूत है कि 1948 में पाकिस्तान को हराने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरु और तत्कालीन रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन ने जनरल थिमय्या की बेइज्जती की थी।’
पीएम मोदी का यह बयान बाद में चर्चा का विषय बन गया, क्योंकि पीएम मोदी ने गलत तथ्य पेश किया था। दरअसल कृष्णा मेनन साल 1957 में देश के रक्षामंत्री बने थे। यही वजह रही कि सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के इस बयान का खूब मजाक उड़ा।
पूर्व आप नेता योगेन्द्र यादव ने पीएम मोदी की आलोचना करते हुए ट्वीट किया कि नहीं सर, कृष्णा मेनन अप्रैल, 1957 से लेकर अक्टूबर, 1962 तक देश के रक्षा मंत्री थे। वहीं जनरल थिमय्या मई, 1957 से मई 1961 तक सेनाध्यक्ष थे।
श्रीमान, क्या पीएमओ एक तथ्य चेक करने वाले को भी अफोर्ड नहीं कर सकता है क्या? ये बेहद शर्मनाक है! एक अन्य यूजर ने पीएम मोदी को 1948 की बात छोड़कर 2014 की बात करने की बात कह दी। एक अन्य यूजर ने गलत तथ्य पेश करने पर पीएम मोदी को फेक न्यूज यूनिवर्सिटी का प्रिंसीपल तक बता दिया।
एक यूजर ने कहा कि तथ्य भले ही गलत हैं, लेकिन बेइज्जती करने की बात सही है। बता दें कि भारत-चीन युद्ध में हार के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु और रक्षा मंत्री कृष्णा मेनन ने सेनाध्यक्ष थिमय्या को इस हार का जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की थी।
बता दें कि पीएम मोदी ने आज कर्नाटक की रैली में कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार हमारे जवानों के बलिदान की इज्जत नहीं करती है। जब हमारे जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक की तो बेशर्म कांग्रेस ने इस पर भी सवाल खड़े किए।
पीएम मोदी ने गुरुवार को कर्नाटक के कलबुर्गी, बेल्लारी और बेंगलुरु में 3 रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी आज चुनावी रैली के लिए कर्नाटक पहुंच चुके हैं और अपनी पहली रैली कर रहे हैं।