प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राम मंदिर के लिए अध्यादेश नहीं लाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगी। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों पर बात की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि 70 साल शासन करने वालों ने ही राम मंदिर के मुद्दे को लटकाया है। पीएम मोदी ने कहा कि काग्रेस के वकील सुप्रीम कोर्ट में बाधाएं उत्पन्न कर रहे हैं। इसके चलते ही राम मंदिर की सुनवाई धीमी गति से चल रही है।
बता दें कि पीएम मोदी के इस फैसले से संत समाज और आरएसएस में नाराजगी बढ़ सकती है। क्योंकि इन्होंने हाल ही में दिल्ली के रामलीला मैदान में राम मंदिर जल्दी बने इसके लिए रैली की थी। जिसमें देशभर से लाखों की तादात में लोग पहुंचे थे। इस दौरान संतों ने मोदी सरकार को अल्टीमेटम भी दिया था। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर बनाने के लिए सरकार जल्दी से जल्दी अध्यादेश लाए, नहीं तो अच्छा नहीं होगा।
-राम मंदिर पर अध्यादेश नहीं लाया जाएगा। कानूनी प्रक्रिया से मामला सुलझाया जाएगा। इस पर कोर्ट के फैसले का इंतजार किया जाएगा।
-जिन्होंने चार पीढ़ी तक देश पर शासन किया, अब जमानत पर हैं वो भी वित्तीय अनियमितता के चलते। ये बड़ी बात है।
-2019 का चुनाव महागठबंधन बनाम जनता।
-नोटबंदी कोई झटका नहीं था, हमने एक साल पहले ही जनता को बता दिया था कि अगर आपके पास काला धन है तो जमा कर दीजिए, कुछ जुर्माना भर दीजिए। लेकिन उन्हें लगा कि मोदी भी बाकियों की तरह ऐसे ही बोल रहे हैं।
– सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर: एक लड़ाई से पाकिस्तान सुधर जाएगा यह सोचना बहुत बड़ी गलती है, उसे सुधारने के लिए हमें और समय चाहिए।
– सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला एक बड़ा रिस्क था, लेकिन मुझे अपने सैनिकों की बेहद फिक्र थी।