नई दिल्ली। देश आज 69वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाल किले से दूसरी बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और दूसरी बार देश को संबोधित किया। आज पीएम मोदी ने केसरिया रंग का चुनरी का साफा बांधा हैं। इससे पहले पिछले साल उन्होंने लाल रंग का राजस्थानी साफा पहना था।
पीएम मोदी का भाषण:
-सवा सौ करोड़ भारतीयों को आजादी की बधाई।
– यह कोई आम सवेरा नहीं, यह सवा सौ करोड़ भारतीयों के संकल्प का सवेरा है।
– भारत में विशालता और विविधता है तो सरलता और अनेकता भी है।
– देश की एकता हमारी पूंजी है। जातिवाद, संप्रदायवाद को पनपने नहीं देना चाहिए।
– हमारी एकता, भाईचारा और सरलता पर दाग नहीं लगना चाहिए।
– हम जो कुछ भी कर रहे हैं वह सवा सौ करोड़ की टीम इंडिया के कारण हैं।
– प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत 17 करोड़ लोगों ने खाते खुलाए। तय समय से पहले हमने लक्ष्य हासिल किया।
– देश में विश्वास का एक नया माहौल है।
– गरीबों ने अपने खातों में 20 हजार रूपये जमा कराए। गरीबों की अमीरी के बूते यह टीम इंडिया आगे बढ़ेगी।
– बैंक शाखा खोलना आसान है लेकिन वहां तक लोगों को लाना कठिन काम है। इसके लिए बैंकों के कर्मचारियों को बधाई।
– विकास एक पिरामिड है, इसका आधार जितना मजबूत होगा उतना ही पिरामिड मजबूत होगा।
– हमारे विकास के पिरामिड में दलित, शोषित और पीडित शामिल है।
– हमने पीएम सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना शुरू की।
– मैंने पिछली बार शौचालय और स्वच्छता की बात की थी। स्वच्छता अभियान से सभी का ध्यान खींचा।
– स्वच्छ भारत अभियान में छोटे-छोटे बच्चों का बड़ा योगदान है। मैं इसके लिए उन्हें नमन करता हूं।
– जहां ऎसे बालक हो वो देश गंदगी से मुक्त होकर रहेगा। 2019 में महात्मा गांधी को इससे बड़ी कोई श्रद्धांजलि नहीं हो सकती।
– हमारी सारी योजनाएं गरीबों के लिए हैं।
– पिछली बार हमने देश की सभी स्कूलों में लड़के और लड़कियों के लिए अलग टॉयलेट बनाने का एलान किया था। एक साल में हमने इस लक्ष्य को पाने में सफलता हासिल की है।
– इसके लिए राज्य सरकार, जिलों में बैठे अधिकारी बधाई के पात्र हैं।
– देश नए संकल्पों, सपनों और आत्मविश्वास से चलता है।
– हमने मजदूरों के लिए श्रमेव जयते योजना शुरू की।
– मजदूरों का सम्मान हमारा राष्ट्रीय स्वभाव होना चाहिए।
– हमारे देश में कानून बनाना फैशन हो गया है, यह गुड गवर्नेस की निशानी नहीं है।
– हमने 44 कानूनों को चार में समेट दिया।
– 125 करोड़ लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि देश से भ्रष्टाचार मिटाया जा सकता है।
– यहां भ्रष्ट आदमी भी भ्रष्टाचार दूर करने की बात करता है।
– देश में भ्रष्टाचार दीमक की तरह लगा हुआ है।
– एलपीजी सब्सिडी के बजाय हम डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर पर काम कर रहे हैं।
– इसके चलते 15 हजार करोड़ रूपये की चोरी रोकी गई।
– किसी का एक रूपया नहीं काटा लेकिन व्यवस्था में सुधार किया।
– अब तक 20 लाख लोगों ने एलपीजी सब्सिडी छोड़ी है।
– टीम इंडिया का संकल्प देखिए, समय सीमा के भीतर कोयले का ऑक्शन हुआ और करीब करीब तीन लाख करोड़ इससे आए।
– 15 महीने की मेरी सरकार पर एक पैसे के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा।
– हर जुल्म को सहकर भ्रष्टाचारमुक्त भारत का सपना साकार करूंगा।
– कालेधन पर हमने जो बिल बनाया है उससे कई लोग परेशान है।
-सरकार बनते ही हमने एसआईटी गठित कर दी।
– दलालों की दुकानें बंद कर दी, हम पर एफएम रेडियो का ऑक्शन न करने का दबाव डाला गया।
– कालेधन कानून के तहत 6500 करोड़ रूपये का खुलासा हुआ है।
– कमजोर बारिश के बावजूद हमने महंगाई को कम कर दिया। मेरी सरकार बनने से पहले महंगाई दहाई के पार थी।
– सेव वाटर, सेव एनर्जी, सेव फर्टिलाइजर हमारा नारा है।
– नीम कोटिंग से यूरिया चोरी रोकी। आने वाले समय में किसानों को पूरा यूरिया मिलेगा।
– पूर्वी हिस्से के विकास के बिना भारत का विकास नहीं हो सकता।
– कृषि मंत्रालय का नया नाम- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय।
– इसमें 18500 गांवों में बिजली नहीं पहुंची है।
– आने वाले 1000 दिनों में इन गांवों में बिजली पहुंचाकर रहेंगे।
– हिंदुस्तान के हर जिले में और हर ब्लॉक में एक स्टार्टअप हो। स्टार्ट अप इंडिया,स्टैंड अप इंडिया।
– दलित-आदिवासी को स्टार्टअप लोन दे बैंक।
– अल्पसंख्यक क्षेत्रों में हर साल 6000 करोड़ रूपये खर्च किए जाएंगे।
– हमें स्टार्टअप में नंबर वन बनना होगा।
– नौकरियों में इंटरव्यू बंद हो। एक नौकरी के लिए सिफारिश की जरूरत क्यों पड़े।
– कई सरकारें आई और गई लेकिन वन रैंक वन पेंशन पर काम नहीं हुआ।
– मैं सैनिकों को विश्वास दिलाता हूं और तिरंगे की छाया तले कह रहा हूं कि हमने वन रैंक वन पेंशन को स्वीकार कर लिया है लेकिन कुछ चुनौतियां है। इस पर बातचीत जारी है।
– इस मुद्दे पर बातचीत अंतिम दौर में है। विश्वास दिलाता हूं जल्द ही यह योजना लागू हो जाएगी।
– हमें सक्षम भारत, स्वच्छ भारत बनाना है।
-2022 तक कोई गरीब बिना घर के नहीं रहे।