विजयदशमी पर विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा खुले आम फायरिंग करने पर आगरा पुलिस ने शनिवार (30 सितंबर) को देर शाम 60 लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दायर किया है। ये लोग आगरा फोर्ट के पास फायरिंग कर रहे थे।
एचटी मीडिया से बात करते हुए रकाबगंज थाने के ऑफिसर इन चार्ज संजीव तोमर ने बताया कि 60 में से 29 लोगों की पहचान कर ली गई है जबकि बाकी बचे लोगों की पहचान वीडियो के आधार पर की जा रही है। इसके अलावा पुलिस ने आगरा के रामलीला मैदान के पास हनुमान मंदिर में दशहरा उत्सव मनाने के दौरान वीएचपी और बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा आपत्तिजनक नारेबाजी पर भी संज्ञान लिया है।
आगरा के एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने शनिवार की रात मीडिया को बताया कि हमें सूचना मिली कि टूरिस्ट प्लेस आगरा किले के पास खुले में लोग फायरिंग कर रहे हैं, जो एक गंभीर बात है। इसलिए संबंधित अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया।
उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने हनुमान मंदिर में धर्म विशेष के प्रति आपत्तिजनक नारे लगाए हैं उनकी भी पहचान और धर-पकड़ की कोशिशें जारी हैं। उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में वीडियो और फोटोग्राफ उपलब्ध हुए हैं, उसके आधार पर पुलिस उन लोगों की पहचान कर रही है। एसपी ने कहा कि अगर इस बात की जानकारी पुख्ता होती है कि आरोपियों ने कानून-व्यवस्था तोड़ा है और नियमों का उल्लंघन किया है तो उनके आर्म्स लाइसेंस रद्द किए जाएंगे।
बता दें कि ये फायरिंग दशहरा पर शस्त्र पूजा के आयोजन के बाद की गई थी। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शस्त्र लहराते हुए प्रदर्शन किया और ‘मंदिर वहीं बनाएंगे’ के नारे लगाए। एएनआई के वीडियो में कुछ लोग रिवॉल्वर से फायर करते भी दिख रहे हैं।
बताया जा रहा है कि आगरा किले के पास विहिप और बजरंग दल के सदस्य बंदूक, पिस्तौल और तलवार लेकर पहुंचे थे। वहां उन लोगों ने अयोध्या में राम मंदिर के पक्ष में नारेबाजी की और अल्पसंख्यक समुदाय को निशाने पर लेते हुए उनके खिलाफ कुछ आपत्तिजनक नारेबाजी भी की। हालांकि, विहिप के लोगों का कहना है कि उन लोगों ने किसी तरह से कानून का उल्लंघन नहीं किया है।