बिहार के हाजीपुर में पुलिस ने 12 वर्ष के अनाथ बच्चे विवेक से 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी।
बच्चे के पास बस एक छोटी सी जमीन का हिस्सा है उस पर भी किसी ने कब्जा कर लिया है। वह जमीन पर कब्जा छुड़ाने के लिए पुलिस के पास मदद मांगने गया था। लेकिन पुलिस के लिए रिश्वत लेना इतना जरूरी हो गया है कि उन्होंने एक मासूम को भी नहीं छोड़ा।
पैसे जमा करने के लिए विवेक ने एक अनोखा तरीका अपनाया। उसने गले में एक तख्ती लटकाई। जिसपर लिखा है कि थानेदार को 10 हजार रुपये देने में मेरा सहयोग कीजिए। उसने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी भीख मांगने जाएगा।
भीख मांगते हुए ही वह शुक्रवार को कलेक्टेरेट के पास पहुंच गया। जिसकी जानकारी मिलते ही कार्यालय में हड़कंप मच गया। थानाध्यक्ष की ऐसी हरकत ने केवल वैशाली पुलिस ही नहीं बल्कि पूरे महकमे को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
प्रभारी डीएम ने इस मामले में संज्ञान देते हुए जांच के निर्देश दे दिए हैं। इस मामले पर डीएम ने फोन कर महुआ एसडीओ विनोद कुमार सिंह और एसडीपीओ अनंत कुमार राय से बात की।
उन्होंने कहा कि वह दोनों कटहरा ओपी जाकर जांच करें। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार की शाम वहां पहुंच कर जांच शुरू की।
पुलिस के ऐसे रवैये के खिलाफ आवाज उठाने के लिए केयरटेकर महेंद्र राय ने भी यही तरीका निकाला। उन्होंने भी गले में तख्ती लटका ली, जिसपर लिखा है कि मैं अनाथ हूं। मुझे थाना प्रभारी को घूस देनी है इसलिए भिक्षा देकर मेरी मदद करें।
डीएम सह डीडीसी वैशाली, सर्वनारायण यादव का कहना है कि इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने दो अफसरों को जांच कर प्रतिवेदन देने को कहा है। उनका कहना है कि अनाथ मासूम को न्याय जरूर मिलेगा।