डिंडोरी- पुलिस साक्ष्य के आधार पर मरे हुए लोगो यानि भूतो पर भी मामला दर्ज कर सकती है जीहां डिंडोरी में कुछ ऐसा ही चौंका देने बाला मामला सामने आया है।
दरअसल करंजिया थाना क्षेत्र में चौरादादर गाँव के रंगीसिंह नामक आदमी की मौत 2012 में हो गई लेकिन पुलिस ने दो साल पहले मरे हुए रंगी सिंह नामक आदमी को 2014 में एक सड़क दुर्घटना के मामले में आरोपी बना दिया।
आपको बता दें कि रंगी सिंह की मौत 13 अक्टूबर 2012 में ही हो चुकी थी और पंचायत ने उसकी पत्नी को मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया था।
लेकिन गोपालपुर पुलिस ने प्रकरण क्रमांक 105/14 दिनांक 22 मई 2014 को एक महिला पर बुलेरो से घायल करने के मामले में रंगी सिंह के विरुद्घ धारा 279, 337, 398 के तहत मामला दर्ज कर लिया हद तो तब हो गई जब पुलिस ने मृत व्यक्ति को ही आरोपी मानकर न्यायालय में चालान भी पेश कर दिया।
लंबे समय तक आरोपी के न्यायालय में हाजिर न होने से न्यायालय ने आरोपी के विरुद्घ गिरफ्तारी वारंट जारी किया और कोर्ट का गिरफ्तारी बारंट लेकर पुलिस मृतक के घर पहुंची तो मृतक की पत्नी कुसुम बाई के तो पैरों तले जमीन खिसक गई।
जब इस महिला ने पुलिस को अपने पति के मृत होने का प्रमाण दिया तो पुलिस भी हैरत में पड़ गई इधर मृतक की पत्नी ने मदद के लिए जनपदपंचायत करंजिया की अध्यक्ष सहित स्थानीय लोगो को भी जानकारी दी तो मामले में जानकारी पाकर उनके भी होश उड़ गए और महिला को लेकर डिंडोरी पहुंचे और न्याय के लिए गुहार लगाई अब इस मामले में पुलिस जांच के बाद कार्रबाई की बात कह रही है।
डिंडोरी पुलिस मरे हुए व्यक्ति पर करेंगी केस दर्ज
Police has registered a case in the name of the deceased person
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रिपोर्ट:- दीपक नामदेव