गुरुग्राम में जज की पत्नी और बेटे पर गनर द्वारा गोली चलाए जाने के मामले को सुलझाने का दावा करते हुए एसआईटी ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। साथ ही एसआईटी ने ये भी बताया है कि आखिर क्यों गनर ने जज के परिवार पर गोली चलाई जबकि वह उनकी काफी तारीफ करता है।
एसआईटी ने अपनी जांच के बारे में जो खुलासे किए हैं उससे इस पूरे गोलीकांड का मकसद ही बदल गया है।
एसआईटी ने बताया कि इस पूरी वारदात का धर्म परिवर्तन से कोई संबंध ही नहीं है। न ही गनर महिपाल जज के परिवार से किसी बात से नाराज था। बल्कि उसने तो जांच अधिकारियों को बताया है कि वह जज और उसके परिवार की काफी इज्जत करता है और उन सब की काफी तारीफ भी की।
डीसीपी क्राइम गुरुग्राम ने एक प्रेस कांफ्रेंस में पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 13 अक्तूबर को हुई पूरी घटना गुस्से में आकर की गई।
महिपाल ने हत्या की कोई योजना पहले से नहीं बनाई थी। बल्कि उस दिन कुछ ऐसा हुआ कि गनर को गुस्सा आया और उसने जज की बीवी और बेटे पर गोली चला दी।
डीसीपी क्राइम सुमित ने बताया कि जज की पत्नी और बेटे 13 अक्तूबर को गुरुग्राम के सेक्टर-49 स्थित मार्केट में कुछ खरीदारी करने गए थे। जब वह वापस लौटे तो गनर कार के पास मौजूद नहीं था।
वह उन्हें छोड़कर कहीं चला गया था। काफी देर बाद जब महिपाल वापस आया तो उन दोनों ने उसे सबके सामने काफी डांट लगाई।
इसी बात से वह गुस्से से भर गया और आवेश में आकर उसने जज की पत्नी और बेटे ध्रुव पर गोली चला दी। बताया जा रहा है कि महिपाल को ध्रुव ने थप्पड़ भी मारा।
यही सब उसके मन में घर कर गया और उसने दोनों को गोली मार दी जिसके बाद पत्नी की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई वहीं ध्रुव अब भी गंभीर है।
डीसीपी ने ये भी बताया कि जब महिपाल से पूछा गया कि क्या उसके जज के परिवार से मतभेद थे या वो उनसे नाराज था तो उसने इनकार कर दिया।
महिपाल ने पूछताछ के दौरान जज के परिवार व जज की काफी तारीफ भी की। उन्होंने बताया कि जब पुलिस को इस वारदात की जानकारी हुई तो सारे रास्ते सीज कर दिए गए और आरोपी को डेढ़ घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया।