अयोध्या: यूपी के अयोध्या स्थित शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे आठ संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इनके पास से कई आईडी मिली हैं। सुरक्षा एजेंसियां इन लोगों से पूछताछ कर रही हैं। हिरासत में लिए गए संदिग्धों की उम्र 20 से 30 साल के बीच है।
शुक्रवार रात सरयू पुल की तरफ से ये संदिग्ध सब्जी मंडी होते हुए कटरा पुलिस चौकी, फिर राम जन्मभूमि परिसर की तरफ बढ़े। तभी पुलिस ने उन्हें रोका। नाम और पता पूछे जाने पर पुलिस को संदेह हुआ तो खुफिया एजेंसियों ने रात में ही उनसे पूछताछ शुरू कर दी।
अयोध्या के सीओ राजकुमार साव ने बताया इन युवकों के पास से कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है, फिर भी पूछताछ के लिए एटीएस को बुलाया गया है।
पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे सभी लोग राजस्थान के नागौर जिले के रहने वाले हैं। धार्मिक यात्रा पर निकले इन लोगों ने अपना नाम मोहम्मद शकील, मोहम्मद शाकिर, मोहम्मद सइद, मोहम्मद रजा, मोहम्मद इरफान, मोहम्मद मदनी, मोहम्मद हुसैन और अब्दुल वाहिद बताया। उनकी योजना यूपी के बहराइच के बाद अंबेडकर नगर स्थित विश्व प्रसिद्ध सूफी संत मखदूम अशरफ सिमनानी की दरगाह किछौछा शरीफ जाने की थी।
पुलिस को इन लोगों के पास से आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस मिले हैं। अब खुफिया एजेंसी इन लोगों द्वारा बताए गए पते की सत्यता की जांच कर रही है।
2005 में भी इसी रास्ते से आए थे आतंकी
गौरतलब है कि चार जुलाई 2005 को भी इसी रास्ते से पांच आतंकी राम जन्मभूमि परिसर में बड़ी वारदात करने की नियत से घुसे थे। स्थानीय वाहन किराए पर लेकर परिसर के बगल में लगी लोहे की बैरीकेटिंग को धमाके से उड़ाकर वे लोग अंदर घुस गए थे। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने इन चारों आतंकवादियों को मार गिराया था। आतंकियों के विस्फोट में स्थानीय शख्स की भी जान चली गई थी।
यूपी के अयोध्या स्थित शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे आठ संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इनके पास से कई आईडी मिली हैं। सुरक्षा एजेंसियां इन लोगों से पूछताछ कर रही हैं। हिरासत में लिए गए संदिग्धों की उम्र 20 से 30 साल के बीच है।
शुक्रवार रात सरयू पुल की तरफ से ये संदिग्ध सब्जी मंडी होते हुए कटरा पुलिस चौकी, फिर राम जन्मभूमि परिसर की तरफ बढ़े। तभी पुलिस ने उन्हें रोका। नाम और पता पूछे जाने पर पुलिस को संदेह हुआ तो खुफिया एजेंसियों ने रात में ही उनसे पूछताछ शुरू कर दी।
अयोध्या के सीओ राजकुमार साव ने बताया इन युवकों के पास से कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है, फिर भी पूछताछ के लिए एटीएस को बुलाया गया है।
पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे सभी लोग राजस्थान के नागौर जिले के रहने वाले हैं। धार्मिक यात्रा पर निकले इन लोगों ने अपना नाम मोहम्मद शकील, मोहम्मद शाकिर, मोहम्मद सइद, मोहम्मद रजा, मोहम्मद इरफान, मोहम्मद मदनी, मोहम्मद हुसैन और अब्दुल वाहिद बताया। उनकी योजना यूपी के बहराइच के बाद अंबेडकर नगर स्थित विश्व प्रसिद्ध सूफी संत मखदूम अशरफ सिमनानी की दरगाह किछौछा शरीफ जाने की थी।
पुलिस को इन लोगों के पास से आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस मिले हैं। अब खुफिया एजेंसी इन लोगों द्वारा बताए गए पते की सत्यता की जांच कर रही है।
2005 में भी इसी रास्ते से आए थे आतंकी
गौरतलब है कि चार जुलाई 2005 को भी इसी रास्ते से पांच आतंकी राम जन्मभूमि परिसर में बड़ी वारदात करने की नियत से घुसे थे। स्थानीय वाहन किराए पर लेकर परिसर के बगल में लगी लोहे की बैरीकेटिंग को धमाके से उड़ाकर वे लोग अंदर घुस गए थे। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने इन चारों आतंकवादियों को मार गिराया था। आतंकियों के विस्फोट में स्थानीय शख्स की भी जान चली गई थी।