खण्डवा : थाना कोतवाली पर सुचना प्राप्त हुई का गनघौर घाट पानी मे एक अज्ञात व्यक्ति का शव पडा हुआ। उक्त सुचना पर थाना कोतवाली मे मर्ग क्र 35/17 धारा 174 का पंजीबद्ध किया जाकर जांच की गई। जांच के दौरान म़ृतक के शरीर पर धारदार हथियार से चोटो के गंभीर निशान पाये गये थे तथा म़ृतक का शव पिछले दो-तीन दिनो से पानी मे पडा होने के कारण पहचान मे नही आ रहा था और म़ृतक के दाहिने हाथ पर चन्दा आई तेरा आशिर्वाद एवं काजल गुदा हुआ था तथा म़ृतक के द्वारा पहने गये कपडो मे शर्ट मे न्यु राठौर टेलर लिखा होना पाया गया।
उक्त घटना को पुलिस अधीक्षक खंडवा नवनीत भसीन द्वारा गंभीरता से लिया गया तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री महेन्द्र तारणेकर के निर्देशन मे नगर पुलिस अधीक्षक श्री एस एन तिवारी को आवश्यक निर्देश दिये गये। जिसके आधार पर पुलिस के द्वारा मौके पर जांच कर म़ृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया तथा उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर अज्ञात म़ृतक का पता लगाने का प्रयास किया गया। पुलिस की जांच मे पाया गया कि म़ृतक का नाम कृष्णा पिता संतोष शिन्दे उम्र 18 साल जाति मराठा नि. संजय नगर खंडवा का निवासी है। म़ृतक के परिजनो को म़ृतक का शव व कपडे दिखाकर म़ृतक की पहचान कराई गई।
म़ृतक के परिजनो से पुछताछ एवं कथनो के आधार पर जो कहानी प्रकाश मे आयी वह इस प्रकार है, कि म़ृतक की बुआ का लडका रवि उर्फ पंखा पिता मनोज मराठा नि. टपालचाल खंडवा जो कि एक आदतन शातिर अपराधी है। म़ृतक का शव मिलने के तीन दिन पुर्व दिनांक 14/06/17 बुधवार को रात्रि मे म़ृतक को घर से बुलाकर अपने दो साथियों करण पिता नरेश मराठा उम्र 18 साल एवं चेतन पिता अम्बादास मराठा उम्र 19 साल दोनो नि.टपालचाल खंडवा के साथ मोटर सायकल पर बैठाकर घर चले गया था।
उसके बाद से म़ृतक घर वापस नही आया। परिवार वालो के द्वारा पुछने पर रवि उर्फ पंखा के द्वारा रात मे कही विवाद हो जाने से भाग जाना बताया। अत: पुलिस के द्वारा उपरोक्त तीनो संदेहियो को पकडकर पुछताछ की गई तो आरोपी रवि व उसके साथियो ने मृतक की हत्या कर उसकी लाश पानी मे फेक देने की बात स्वीकार की।
ये था हत्या का कारण
आरोपी रवि ने बताया कि म़ृतक कृष्णा उसके सगे मामा का लडका था तथा आरोपी रवि के एक अन्य अपराध मे जेल मे रहने के दौरान कृष्णा द्वारा उसकी पत्नी से नाजायज ताल्लुकात बनाये गये थे। जैसा कि रवि पंखा द्वारा पुलिस को बताया कि उसनें इस शंका के आधार पर कृष्णा को समझाया भी था। इसके अतिरिक्त कृष्णा के द्वारा उसकी दुसरी पत्नी के साथ भी छेडछाड की घटना की थी।
उपरोक्त कारणो से आरेापी रवि पंखा ने म़ृतक को पहले तो समझाने का प्रयास किया। परन्तु कृष्णा ने यह बात स्वीकार नही करते हुये उससे विवाद किया। इसी रंजिश को लेकर आरेापी रवि पंखा के द्वारा अपने साथियो के साथ कृष्णा की हत्या कर लाश पानी मे फेक दी।
ऐसे दिया अन्जाम
रवि पंखा नें पुलिस को बताया कि उसने कृष्णा को घर से साथ लाकर गणघौर घाट पर पहले तो चिल्लम पिलाई। उसके बाद कृष्णा को उसकी पत्नि से दूर रहनें के लिये कहा पर जब कृष्णा नें मना कर दिया तो रवि पंखा व उसके दोनों साथियों नें मिलकर कृष्णा को घाट पर पीट-पीट कर अधमरा करनें के बाद घाट के दूसरी तरफ मोटरसाइकिल पर बिठाकर घाट के सामनें वाले हिस्से में ले जाकर वहाँ स्थित एक मजार के पास ले जाकर उसके पेट में इतनें चाकू मारे कि कृष्णा के पेट की आंतड़ियाँ बाहर आ गई व कृष्णा की मौके पर ही मौत हो गई।
इतना होनें पर भी रवि पंखा का पेट नहीं भरा,उसनें कृष्णा के मर जानें के बावजूद उसके मुँह, सिर,गर्दन पर धारधार चाकू से कई वार किये। मृतक कृष्णा को शरीर पर खंजर व चाकु के निशान होना पाया गये थे। जिसे आरेापियों से पुछताछ कर जप्त किया जाना बाकी है।