70वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत रत्न पुरस्कार की घोषणा कर दी है।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, भारतीय जनसंघ के विचारक नानाजी देशमुख (मरणोपरांत), प्रसिद्ध असमिया गायक और संगीतकार भूपेन हजारिका (मरणोपरांत) को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा जाएगा।
इस घोषणा के साथ ही राजनीति-सामाजिक जगत की हस्तियों ने इसका स्वागत किया है। लेकिन आप नेता संजय सिंह ने विवादित टिप्पणी की है।
संजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी ने भारत रत्न का मजाक बना दिया है। संजय सिंह ने कहा है कि संघ शाखा में एक बार जाकर भारत रत्न बन जाओ।
उन्होंने ट्वीट किया, “भाजपा की भारत रत्न योजना “एक बार संघ की शाखा में जाओ भारत का रत्न बन जाओ” मज़ाक़ बना दिया भारत रत्न का।”
संजय सिंह ने कहा कि सरकार ने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, शहीद-ए-आजम भगत सिंह, डॉ. राम मनोहर लोहिया, ध्यानचंद को आज तक भारत रत्न नहीं दिया है।
जबकि नानाजी देशमुख, भूपेन हजारिका और AAP के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने का मामला आगे बढ़ाने वाले संघ के प्रशंसक प्रणब दा को भारत रत्न दिया गया है।
उन्होंने ट्वीट किया, “नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, शहीद-ए- आजम भगत सिंह, डॉ. राम मनोहर लोहिया, स्व. ध्यानचंद को आज तक भारत रत्न नही, नानाजी देशमुख, भूपेन हज़ारिका और AAP के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने का मामला आगे बढ़ाने वाले संघ के प्रशंसक प्रणव दा को भारत रत्न।”
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पिछले साल जून में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। प्रणब दा संघ के शिक्षा वर्ग के समापन समारोह कार्यक्रम में शामिल हुए थे। कांग्रेस के कई नेताओं ने इस पर आपत्ति जताई थी।
इससे पहले सर्वोच्च नागरिक सम्मान अंतिम बार 2015 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) को दिया गया था।
भारत सरकार ने अब तक 45 हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया है शुक्रवार की घोषणा के बाद अब 48 लोगों को भारत रत्न दिया जा चुका है।