लखनऊ : जून माह का दूसरा सप्ताह चालू हो गया है। भीषण गर्मी में दोपहर को आग उगलता मौसम से यहां के नागरिको का निकलना मुश्किल हो रहा है। लोगो का कहना है कि कई सालो बाद इतनी भीषण गर्मी पड़ रही है कि आम जनजीवन बेहाल हो गया है वहीं दूसरी ओर राजधानी लखनऊ में बिजली कटौती और लो-वोल्टेज के कारण आम उपभोक्ता बेहाल है। बिजली कटौती के घंटे कम होने के बजाये और बढ़ते जा रहे है। लो-वोल्टेज की समस्या आम आदमी को निजात नही मिल पा रही है।
रविवार व सोमवार को ओबरी तथा पल्हरी विद्युत उपकेन्द्र से जुड़े क्षेत्रो में घंटो कटौती की गयी। सुबह सात बजे बिजली बन्द हुयी तो 10.30 बजे चालू हुयी। वैसे भी बिजली अगर आती भी है तो लो-वोल्टेज के कारण पंखा, कूलर, फ्रिज भ नही चल पाते है। दोपहर तीन बजे बिजली काटी गयी तो 6.30 बजे चालू हुयी।
रात को कई बार बिजली काटी घंटो बेतरतीब बिजली काटे जाने से उपभोक्ता परेशान रहते है। शासन ने रात्रि कटौती बन्द करने के आदेश दिये गये थे, इसके बावजूद कोई असर दिखायी नही दिया। शहर मे मौजूदा समय में मात्र 12 घंटे ही आपूर्ति हो पा रही है और वही ग्रामीण क्षेत्रो में मात्र चार से पाँच घंटे से अधिक बिजली की आपूर्ति नही हो पा रही है। लो-वोल्टेज की समस्या नगर व ग्रामीण क्षेत्रों मे भी है। शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नही होती है।
उपभोक्ताओ के घरो में जो नये मीटर लगाये गये है वह सरपट मीटर दौड़ते है। रीडिंग भी जडा आ रही है। इन मीटरो में बिजली की खपत ज्यादा दिखायी जाती है। इन नये मीटरो से भी उपभोक्ता परेशान है। घरेलू बिजली में बिल गलत आ रहे है उन्हें ठीक कराने में उपभोक्ताओ को बिजली कार्यालय में चक्कर लगाना पड़ रहा है, फिर भी काई सुनवाई नही हो रही है।