नई दिल्लीः अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाली प्रज्ञा ठाकुर ने इस बार महात्मा गांधी के हत्यारे को ‘देशभक्त’ बता दिया है। उन्होंने लोकसभा में बुधवार को नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ करार दिया है। उनके इस बयान का कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया है।
लोकसभा में द्रमुक सांसद ए. राजा ने एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान नकारात्मक मानसिकता को लेकर गोडसे का उदाहरण दिया। इसके विरोध में प्रज्ञा ने खड़े होकर कहा, ‘देशभक्तों का उदाहरण मत दीजिए।’ इसके बाद कांग्रेस सांसदों ने इसका पुरजोर विरोध किया।
राजा ने कहा कि गोडसे ने खुद स्वीकार किया था कि पिछले 32 साल से गांधी के खिलाफ द्वेष पाले हुए था और इसी वजह से उसने उनकी हत्या की। उन्होंने कहा कि गोडसे ने गांधी को इसलिए मारा क्योंकि वह विशेष विचारधारा में विश्वास रखता था।
प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयान के बाद जब विपक्ष ने विरोध जताना शुरू किया तो भाजपा सांसदों ने ही उन्हें बैठने के लिए कहा।
प्रज्ञा सिंह पहले भी नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ बता चुकी है, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया था।
लोकसभा में प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 1984 की भोपाल त्रासदी का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि एंडरसन (यूनियन कार्बाइड के चेयरमैन) आतंकी के भेष में आया था। एक विदेशी यहां आता है और हजारों लोगों को मार दिया। अभी भी बहुत से लोग इसका दंश झेल रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस ने उसे देश से भगाने में मदद की। यह आतंकवाद है। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, ‘वे (कांग्रेस) मुझे आतंकी कहते हैं, लेकिन ये वो हैं जो आतंकियों को बचाते हैं। भोपाल में 34 साल के बाद भी लोग परेशान हैं। लोग काम करने की स्थिति में नहीं हैं।’